
जालंधर : पंजाब में डॉ. बी.आर. अंबेडकर जी की मूर्तियों की तोड़फोड़ रोकने हेतु तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता माननीय केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अनुरोध मैं आपका ध्यान पंजाब में अमृतसर और बटाला में भारत रत्न डॉ. बी.आर. अंबेडकर की मूर्तियों की बढ़ती तोड़फोड़ की घटनाओं की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। इसके अतिरिक्त, गाँव नंगल (फिल्लौर के पास) में डॉ. अंबेडकर जी की प्रतिमा के काँच पर भड़काऊ नारे लिखे जाने की घटना भी पंजाब के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुँचाने की गहरी साजिश को दर्शाती है।यह तोड़फोड़ केवल संविधान निर्माता के प्रति अपमान नहीं है, बल्कि समाज में विभाजन पैदा करने और कमजोर वर्गों में अशांति फैलाने की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा प्रतीत होती है।
मैं गृह मंत्रालय से अनुरोध करता हूँ कि:
1. पंजाब सरकार और पुलिस प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जाएं कि दोषियों के खिलाफ SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989, भारतीय दंड संहिता, तथा सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई हो।
2. यह पता लगाने के लिए उच्च-स्तरीय जाँच कराई जाए कि क्या ये घटनाएँ किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा हैं।
3. पंजाब में स्थित सभी डॉ. अंबेडकर जी की मूर्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
4. विदेशों में बैठकर नफरत फैलाने और ऐसी घटनाओं को भड़काने वाले व्यक्तियों व संगठनों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
5. उन अलगाववादी तत्वों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए, जो इस प्रकार की घटनाओं के जरिए पंजाब में सामाजिक तनाव फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, बाबा साहेब अंबेडकर जी के आदर्शों की रक्षा के लिए सदैव प्रतिबद्ध रही है। उनकी मूर्तियों की सुरक्षा केवल कानूनी आवश्यकता ही नहीं, बल्कि हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है।
इन घटनाओं से लाखों लोगों, विशेष रूप से दलित समाज की भावनाएँ आहत हुई हैं। अतः शीघ्र एवं प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि सामाजिक सौहार्द्र और विश्वास बना रहे।
मैं आपसे तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध करता हूँ ताकि भविष्य में ऐसी तोड़फोड़ की घटनाओं को रोका जा सके।
आशा है कि आप इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करेंगे।