हर महीने तीन हजार रुपये गुजारा भत्ता देने से बचने के लिए कस्बा चब्बेवाल में तरसेम सिंह (58) नामक व्यक्ति ने पत्नी कमलजीत कौर (55) पर कार चढ़ाकर उसकी हत्या कर दी। कमलजीत कौर गत दिवस अदालत में पति के खिलाफ चल रहे तलाक और खर्च के केस की तारीख से लौट रही थी। तरसेम सिंह पत्नी की ओर से तलाक और खर्चे का केस किए जाने से खफा था। इसी रंजिश में उसने पत्नी की हत्या की साजिश रची और उसे कार से कुचल दिया।
वारदात के बाद तरसेम सिंह कार लेकर मौके से फरार हो गया। आरोपित ने हत्या को हादसे में बदलने की कोशिश भी की, लेकिन मैरिज पैलेस के बाहर लगे सीसीटीवी की फुटेज ने उसके इरादों पर पानी फेर दिया। कमलजीत कौर की बेटी राजविंदर कौर ने जब सीसीटीवी फुटेज देखी तो उसने पिता तरसेम सिंह की कार को पहचान लिया और साफ हो गया कि तरसेम ने ही पत्नी की हत्या की है।
पुलिस के अनुसार कमलजीत कौर निवासी महमदोवाल, माहिलपुर (होशियारपुर) की करीब 35 साल पहले तरसेम सिंह से शादी हुई थी। तरसेम सिंह आए दिन उससे मारपीट करता था। इस बात से तंग आकर कमलजीत करीब 19 साल पहले तरसेम से अलग हो गई थी। दोनों की दो बेटियां हैं। दोनों बेटियों को कमलजीत ने ही पाला और उनकी शादियां करवाईं। इसके बाद कमलजीत कौर ने खर्चे और तलाक के लिए होशियारपुर अदालत में तरसेम के खिलाफ केस कर दिया। अदालत ने तीन हजार रुपये खर्च प्रति माह देने के आदेश दिए थे।
गत दिवस कमलजीत के केस की सुनवाई थी। वहां उसे पिछले बकाया के रूप में 50 हजार रुपये मिलने थे। यह पैसा तरसेम सिंह को देना था, लेकिन वह अदालत ही नहीं गया। उसने अदालत में बहाना लगाया कि उसके पास अभी पैसे नहीं हैं। कुछ दिन बाद पैसे दे देगा। कमलजीत कौर होशियारपुर से लौटकर दोपहर करीब तीन बजे चब्बेवाल पहुंची। गांव मेहना जाने वाले रास्ते पर वह सवा तीन बजे निकली। इसी बीच, कमलजीत को पीछे से आई एक तेज रफ्तार कार ने कुचल दिया। कार सवार मौके से कार लेकर फरार हो गया।