जालंधर : इलाज के नाम पर और मृत बच्चे को जिंदा होने की आड़ में जालंधर में “ख” शब्द से शुरू नाम वाले गांव में धार्मिक स्थल चलाने वाले “अं” नाम के धर्मगुरु ने बच्चे के परिजनों से लाखों रुपये हड़पने की कोशिश।ये वही धर्मगुरु है जिसने धर्म परिवर्तन की आड़ में अरबों की संपत्ति बनाई हुई है। इस संपत्ति में से अधिकतर तो इस “अं” शब्द वाले धर्मगुरु ने दान में पाई है। ये धर्मगुरु उसी जमात में शामिल है जोकि हमारे हिन्दू-सिख भाईचारे के लिए खतरा बनते जा रहे हैं।ये लोग गरीबों का धर्म परिवर्तित कराने की आड़ में उन्हें गलत राह पर ले जाते हैं। प्रेयर से दुखों को दूर करने का लालच देकर चिकित्सीय जगत को भी ये चैलेंज कर रहे हैं।ताजा घटनाक्रम में पता चला है कि गंभीर बीमारी से पीडि़त बच्चे के परिजन इस धर्मगुरु के बहकावे में आ गए। इस धर्मगुरु ने कहा कि वे प्रेयर करेगा और बच्चे की बीमारी दूर हो जाएगी। मृतक बच्चे के परिजनों ने बताया कि प्रेयर के नाम पर लोगो से 11 हजार, 21 हजार एवं 25 हजार रुपये लिए जाते है। प्रेयर करवाने के बावजूद भी बच्चे की हालत बिगड़ती चली गई और अंतत: बच्चे की मौत हो गई।धर्मगुरु फिर भी नहीं माना और उसके अनुयायी बच्चे के परिजनों को कहने लगे कि आपका मरा हुआ बच्चा जिंदा है आप प्रेयर करवाओ प्रभु की कृपा होगी।इतना नही बच्चे के पिता का कहना है कि इतना सब कुछ होने के बाद भी उन्हें वहां आने की कई फ़ोन कॉल्स आते है। हालत ये हो चुकी है कि इस धर्मगुरु की हरकत की खबर जब मीडिया कर्मियों को लगी तो मीडिया को दबाने के लिए धर्मगुरु के अनुयायियों ने मीडिया को प्रलोभन देने शुरू कर दिए।

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