कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ), श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार के जालंधर क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रीय आयुक्त श्री पंकज कुमार ने बताया कि ईपीएफओ ने सदस्य सेवाओं को बेहतर बनाने और डेटा को सही रखने के लिए प्रोफाइल अपडेट की प्रक्रिया को सरल कर दिया है। अब जिन सदस्यों का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) आधार से लिंक और सत्यापित है, वे बिना किसी दस्तावेज़ अपलोड किए अपना नाम, जन्म तिथि, लिंग, राष्ट्रीयता, माता-पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति, जीवनसाथी का नाम, जॉइनिंग और छोड़ने की तारीख जैसी जानकारियां खुद अपडेट कर सकते हैं।
श्री पंकज कुमार ने बताया कि जिन सदस्यों का यूएएन एक अक्टूबर 2017 से पहले जारी हुआ है, उनके प्रोफाइल अपडेट के लिए नियोक्ता की पुष्टि की जरूरत होगी। ईपीएफओ का मुख्य उद्देश्य डेटा की सटीकता और सुरक्षा सुनिश्चित करना है ताकि सदस्यों को सेवाएं निर्बाध मिलें और धोखाधड़ी से बचा जा सके। क्षेत्रीय आयुक्त श्री पंकज कुमार ने बताया कि पहले प्रोफाइल सुधार के लिए दस्तावेज़ अपलोड कर नियोक्ता और ईपीएफओ से मंजूरी लेनी पड़ती थी, जिसमें औसतन 28 दिन लगते थे। अब इस नई प्रक्रिया से यह देरी खत्म होगी और सदस्यों का काम तुरंत हो सकेगा।
क्षेत्रीय आयुक्त श्री पंकज कुमार ने बताया कि जिन खातों में ई-केवाईसी नहीं है, उनमें भी 50% बदलाव के अनुरोध नियोक्ता स्तर पर बिना ईपीएफओ की मंजूरी के पूरे किए जा सकते हैं। अगर किसी सदस्य ने पहले से नियोक्ता को अनुरोध भेजा है, तो वह इसे रद्द कर खुद नया अनुरोध कर सकता है।
क्षेत्रीय आयुक्त श्री पंकज कुमार ने बताया कि वर्तमान में ईपीएफओ को मिलने वाली 27% शिकायतें प्रोफाइल/केवाईसी समस्याओं से जुड़ी होती हैं। श्री पंकज कुमार ने बताया कि इस प्रक्रिया के बाद इन शिकायतों में कमी आएगी। उन्हों ने बताया कि नई प्रक्रिया से सदस्यों को तुरंत प्रोफाइल सुधारने का मौका मिलेगा और नियोक्ताओं का काम भी आसान होगा।

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