एकलव्य स्कूल जालंधर ने 18 अप्रैल को स्कूल परिसर में विश्व विरासत दिवस मनाया। प्रत्येक वर्ष विश्व विरासत दिवस 18 अप्रैल को विश्व धरोहर स्थलों और स्मारकों के इतिहास, विविधता और भेद्यता के संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। यह विशेष दिन हमारी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं की समझ का प्रतीक है जो संरक्षित करने योग्य हैं। यह दिन युवा पीढ़ी को हमारी विरासत को आगे बढ़ाने और हमारी संस्कृति की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश देने के लिए मनाया जाता है। यह वास्तुकारों, इंजीनियरों, भूगोलवेत्ताओं, सिविल इंजीनियरों, कलाकारों और पुरातत्वविदों जैसे सभी लोगों के प्रयासों को मान्यता देने का भी इरादा रखता है, जो विरासत के संरक्षण में योगदान करते हैं।

स्कूल ने स्थानीय विरासत स्थलों के रखरखाव और स्वच्छता के लिए छात्रों के लिए कविता लेखन प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी, नारा लेखन गतिविधि का आयोजन किया। स्कूल की निदेशक सुश्री सीमा हांडा ने भी शिक्षकों के साथ-साथ छात्रों द्वारा की गई पहल की सराहना की। स्कूल के अध्यक्ष जे.के. गुप्ता शिक्षक द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना करते हैं ताकि छात्र न केवल अपनी स्वच्छता के बारे में सीख सकें, बल्कि अपने आस-पास की स्वच्छता के बारे में भी जान सकें। विद्यालय की प्राचार्या मा. कोमल अरोड़ा ने छात्रों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों और भागीदारी की सराहना की। स्कूल प्रशासक  डिंपल भी इस दिन के महत्व से संबंधित अपने विचार छात्रों के साथ साझा करती हैं।

 

 

Disclaimer : यह खबर उदयदर्पण न्यूज़ को सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। उदयदर्पण न्यूज़ इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है। यदि इस खबर से किसी व्यक्ति अथवा वर्ग को आपत्ति है, तो वह हमें संपर्क कर सकते हैं।