हंस राज महिला महाविद्यालय के पीजी विभाग साइकोलॉजी तथा एनसीसी यूनिट ने संयुक्त रूप से प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन की अध्यक्षता में ‘लीडरशिप ताओÓ विषय पर एक दिवसीय वर्कशाप का आयोजन किया। बतौर रिसोर्स पर्सन कर्नल अजयदीप सिंह डाली उपस्थित थे। डीन यूथ वैलफेयर श्रीमती नवरूप, साइकोलॉजी विभागाध्यक्षा डॉ. आशमीन कौर व एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट सोनिया महेंद्रू ने प्लांटर भेंट कर उनका स्वागत किया। कर्नल अजयदीप सिंह डाली ने अपने वक्तव्य का आरम्भ ‘ताओÓ शब्द का अर्थ समझने से किया। उन्होंने कहा कि इस शब्द का प्रयोग पहली बार एक चायनी•ा संत ने किया था जिसका अर्थ ‘जीवन का दार्शनिक मार्गदर्शन तथा लीडरशिपÓ था। अपने संबोधन में उन्होंने ‘लीडरÓ शब्द के अर्थ की व्याख्या की तथा बताया कि एक लीडर में क्या-क्या गुण होने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में लीड करने की क्षमता होती है। यदि वह अपने व्यक्तित्व में कुछ खास गुणों को धारण कर ले। प्रोफेशनल ज्ञान व नैतिक साहस किसी भी लीडर के मुख्य गुण हैं। स्पष्ट तरीके से संचार करना, सही समय पर सही निर्णय लेना, विनम्रता तथा दूसरों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ स्वयं भी प्रोत्साहित रहना भी एक अच्छे लीडर के गुण हैं। उन्होंने विभिन्न लीडरों के उदाहरण भी दिए जिनमें श्री गुरु तेग बहादुर, कर्नल एन.एन. खन्ना, कैप्टन विक्रम बत्तरा शामिल थे। उन्होंने बताया कि किस प्रकार एक अच्छा लीडर इतिहास रच सकता है। प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने छात्राओं को लीडरशिप के गुण धारण करने की प्रेरणा दी। छात्राओं ने रिसोर्स पर्सन से सवाल भी पूछे। छात्रा मानवी ने मंच संचालन किया। लेफ्टिनेंट सोनिया महेंद्रू ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। इस अवसर पर फैकल्टी सदस्य श्रुति, वंशिका व हरप्रीत कौर भी उपस्थित थे।