मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मॉनसून दक्षिणी अरब सागर, लक्षद्वीप के ज्यादातर हिस्सों और केरल और दक्षिण तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा है। इस वर्ष दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून तक़रीबन एक हफ्ते की देरी से भारत पहुंचा है। वैज्ञानिकों यह भी बताया कि अगले 48 घंटों में यानी मंगलवार तक पूर्वोत्तर प्रदेशों के कुछ हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए हालत बन रहे हैं।
केरल में मॉननसून के 1 जून से आने की सम्भावना थी, किन्तु इसने एक हफ्ते की देरी के साथ शनिवार को केरल तट पर दस्तक दी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा रविवार को जारी बयान के मुताबिक, मंगलवार तक दक्षिणी अरब सागर, लक्षद्वीप और केरल, तमिलनाडु के कुछ क्षेत्रों, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण-पूर्व, पूर्व-मध्य और उत्तर-पूर्व व पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और मध्य अरब सागर के कुछ इलाकों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए हालत अनुकूल हैं।
हवा की रफ्तार के 60 किमी प्रति घंटा तक बढ़ने की सम्भावना को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों के लिए जारी किए गए दिशा निर्देशों में उन्हें ऊपर बताए इलाकों में न जाने की सलाह दी है। वहीं बताया जा रहा है कि यूपी में मानसून पहुँचने में अभी 20 दिनों का समय और लग सकता है।