के.एम.वी. का हॉल ऑफ फेम शिक्षा के
मंदिर और नारी सशक्तीकरण में योगदान की भरता है गवाही
हाल ऑफ फेम-विद्यालय के 134 वर्ष के
शानदार सफर की खूबसूरत प्रदर्शनी

भारत की विरासत संस्था कन्यामहाविद्यालय
आटोनॉमस कालेज एवं देश के नंबर 1
कालेज की रैकिंग प्राप्त (इंडिया
टूडे द्वारा विभिन्न श्रेणियों में
प्राप्त) जालंधर 1886 के अपने स्थापना काल
से लेकर अब तक लगातार महिला
सशक्तीकरण तथा शिक्षा के क्षेत्र में
अग्रणी संस्था रही है। पूरे उत्तरी
भारत में लड़कियों को शिक्षित करने
में अग्रणी संस्था न केवल अपने इतिहास के
कारण सबसे उच्च संस्था है बल्कि इसका
वर्तमान भी इस बात का ही अनुरूप है।
विद्यालय के संस्थापक लाला देव राज जी
और उनकी सोच को आगे बढ़ाने वाले
राय बहादुर बदरी दास, श्रीमती
सावित्री देवी, श्रीमती शन्नो देवी के पूर्ण
समर्पण तथा दृढ़ प्रयत्नों के साथ-साथ
दूरदर्शी सोच के कारण के.एम.वी. ने
राष्टरीय तथा अंतरराष्टरीय स्तर
पर शिक्षा के क्षेत्र मेें अपनी
शानदार उपलब्धियां प्राप्त की। विद्यालय
के हॉल ऑफ फेम से संबंधित
जानकारी प्रदान करते हुए विद्यालय

प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने
बताया कि विद्यालय से संबंधित लगभग तीन सदीयों
की यादगारों को हॉल ऑफ फेम में
पूरी संभाल और सम्मान के साथ प्रदर्शित
किया गया है। तकरीबन एक दशक पहले
स्थापित किए गए हॉल ऑफ फेम का
उद्देश्य के.एम.वी. के साथ जुड़े यादगारी
पलों को संजो कर प्रदर्शित करना है।
हॉल ऑफ फेम की दीवार पर सजा
हुआ म्यूरल के.एम.वी. के ऐतिहासिक पलों
को ब्यान करता है। विद्यालय के पहले
ग्रैजूएट्स और शुरुआती बैचों की
तस्वीरों को भी अच्छे ढंग से संभाला गया
है। हॉल की एक दीवार पर विद्यालय से
विद्या ग्रहण करने वाली विख्यात सख्शीयतें
श्रीमती अंबिका सोनी, स्व. श्रीमती सुरिंदर
कौर बादल, श्रीमती निर्मल मिल्खा सिंह के
साथ-साथ कई डॉक्टरों,
साहित्यकारों, बैंकरों आदि की
तस्वीरें सजाई गईं हैं। पूर्ण स्वराज्य
की घोषणा के समय पंडित जवाहर लाल
नेहरू जी को राष्टरीय झंडा
पकड़ाने वाली विद्यालय की छात्राओं की
सजी तस्वीर उस समय की एक ऐतिहासिक
यादगार है। के.एम.वी. द्वारा भारत के
पांच राष्टरपतियों तथा पांच
प्रधानमंत्रियों (डॉ. राजेन्द्र प्रसाद,
डॉ. राधाकृष्णन, श्री $फखरूदीन अली
अहमद, ज्ञानी जैल सिंह, डॉ. ए.पी.जे.
अब्दुल कलाम, पंडित जवाहर लाल नेहरू,
श्रीमती इंदिरा गांधी, श्री मोरारजी
देसाई, श्री अटल बिहारी वाजपेयी और
श्री आई. के. गुजराल) के साथ-साथ बहुत
सारे राष्टरीय नेताओं तथा विख्यात

शख्सीयतों की फेरी आयोजित कर चुका
है। इन सख्शीयतों की के.एम.वी. फेरी के
साथ संबंधित यादगारी तस्वीरें अपने आप
में हॉल ऑफ फेम में एक बड़ा सम्मान
है। हॉल ऑफ फेम के प्रवेश द्वार
पर महात्मा गांधी, वल्लभ भाई पटेल,
सरोजिनी नायडू, अटल बिहारी
वाजपेयी, डॉ. अब्दुल कलाम आदि की ओर
विद्यालय के लिए दिया हवाला सजाया गया
है। प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि
के.एम.वी. से संबंधित तस्वीरें तथा यादगारों
को इकट्ठा करने के काम में विद्यालय
के भूतपूर्व विद्यार्थियों की तरफ से डाला
गया महत्वपूर्ण योगदान प्रशंसनीय है।

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