जालंधर (नितिन कौड़ा ) :भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के द्वारा इंडियन
एसोसिएशन ऑफ फिज़िक्स टीचर्स के सहयोग से राष्ट्रीय क्वांटम सप्ताह मनाते हुए एलिस
इन क्वांटम लैंड विषय पर व्यापक कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया. इस कार्यक्रम का
उद्देश्य फिज़िक्स के प्रति उत्साही लोगों को क्वांटम मैकेनिक्स के क्षेत्र का पता लगाने के
लिए एक मंच प्रदान करना था. इस आयोजन भारत के 25 राज्यों से विद्यार्थियों, शिक्षकों
और पेशेवरों सहित लगभग 984 प्रतिभागियों ने पूरे जोश एवं उत्साह के साथ भाग लेते हुए
मुख्य प्रस्तुतियों, पैनल डिस्कशंस, क्विज़ और प्रैक्टिकल वर्कशॉप्स के माध्यम से विषय की
महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की. वर्कशॉप का उद्घाटन प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी, प्रिंसिपल,
कन्या महा विद्यालय, द्वारा किया गया. पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला के वाइस चांसलर
और आई. आई. एस. ई.आर.-मोहाली के प्रोफेसर अरविंद क्वांटम मैकेनिक्स से क्वांटम
टेक्नोलॉजीज: ए जर्नी ऑफ 100 इयर्स विषय के साथ प्रतिभागियों से संबोधित हुए. डॉ. नीतू
वर्मा द्वारा समन्वित ऑनलाइन सत्र में पूरे भारत से लगभग 500 प्रतिभागियों ने बौद्धिक
चर्चा और खोज में भाग लिया. सत्र का समापन डॉ. उत्तरा द्वारा एक ओपन-बुक ऑनलाइन
क्विज़ के विमोचन के साथ हुआ. वर्कशॉप के दूसरे दिन आई.आई.टी. दिल्ली के एमेरिटस प्रो.
अजॉय घटक और एन.ए.एस.आई. मेघनाद साहा के प्रतिष्ठित प्रोफेसर की एक विशेषज्ञ वार्ता
के साथ प्रतिभागियों के रूबरू हुए, जिन्होंने टू होल इंटरफेरन्स एक्सपेरिमेंट की जटिलताओं
पर प्रकाश डाला. तीसरे दिन की शुरुआत अनवीलिंग क्वांटम मिस्ट्रीज़ शीर्षक से एक पैनल
डिस्कशन के साथ हुई, जिसमें प्रो. पी.के. अहलूवालिया, आई.आई.एस.ई.आर., मोहाली से प्रो.
रमनदीप जोहल, पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से प्रो. मंजीत कौर और सेंट्रल यूनिवर्सिटी,
तमिलनाडु से प्रो. वी. मधुरिमा ने शिरकत की. इस चर्चा ने क्वांटम फिनोमिना की
जटिलताओं पर प्रकाश डाला और इसका उद्देश्य इसकी जटिलताओं को उजागर करना और
रोजमर्रा की जिंदगी में इसके व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर प्रकाश डालना है. वर्कशॉप के चौथे
दिन का मुख्य आकर्षण आर.वी. यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु के आर.वी. चेयर प्रोफेसर पी. देशमुख
की क्वांटमलैंड की जटिलताएँ विषय पर विशेषज्ञ वार्ता थी. प्रो. देशमुख ने क्वांटम
मैकेनिक्स का एक व्यापक अवलोकन प्रदान किया, जिसमें अनिश्चितता, सुपरपोजिशन और
अहरानोव-बोहम प्रभाव जैसी मूलभूत अवधारणाओं को संबोधित किया गया. पांचवें दिन की
शुरुआत गार्गी कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रो. वंदना लूथरा द्वारा कंटेम्पलेटिंग क्वांटम
मैकेनिक्स विषय पर एक एक्सपर्ट टॉक से हुई, जिसके बाद एक फिल्म स्क्रीनिंग एवं क्विज
का भी आयोजन किया गया. प्रो. लूथरा के सत्र ने प्रतिभागियों को क्वांटम अवधारणाओं पर
एक अद्वितीय परिप्रेक्ष्य प्रदान किया, जिससे उन्हें एक इंटरैक्टिव सीखने के अनुभव में
शामिल किया गया. वर्कशॉप के अंतिम दिन, रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट, बेंगलुरु में क्वांटम
इनफॉरमेशन और कंप्यूटिंग लैबोरेट्री के अध्यक्ष प्रो. उरबासी सिन्हा द्वारा फोटॉन की जादुई
दुनिया पर एक एक्सपर्ट टॉक प्रस्तुत की गई जिसमें उन्होंने क्वांटम सूचना और कंप्यूटिंग में
मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करने के साथ-साथ प्रतिभागियों को क्वांटम प्रौद्योगिकियों के
संभावित अनुप्रयोगों के बारे में भी बताया. इस वर्कशाप के समापन समारोह में प्रो. अरुण
ग्रोवर, पूर्व वाइस चांसलर, पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए.
इसके साथ ही प्रो. जसविंदर सिंह, अध्यक्ष, आई.ए.पी.टी. आर.सी.-02 और प्रो. रेखा घोरपड़े,
सचिवालय आई. ए. पी. टी. की प्रेरणादायक उपस्थिति में भी प्रतिभागियों को विषय के
महत्वपूर्ण जानकारी एवं समाज प्रदान की. विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने
वर्कशॉप के सफल आयोजन पर डॉ. नीतू वर्मा, अध्यक्षा, फिज़िक्स विभाग एवं समूह
आयोजक मंडल के द्वारा किए गए प्रयत्नों की प्रशंसा की.