जालंधर : भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के फिलासफी
विभाग के द्वारा न्याय दर्शन इन इंडियन फिलासफी विषय पर वेबीनार का आयोजन
करवाया गया. इस वेबीनार में डॉ. राहुल कुमार मौर्य, फिलासफी विभाग, बनारस हिंदू
यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश ने बतौर स्रोत वक्ता शिरकत की. फिलासफी पर आधारित भारतीय
ज्ञान प्रणाली के क्षेत्र में उपलब्ध भारतीय तर्कशास्त्र की विभिन्न पद्धतियों के बारे में
छात्राओं में रुचि पैदा करने के मकसद के साथ आयोजित हुई इस वर्कशॉप में अंडरग्रैजुएट
तथा पोस्ट ग्रेजुएट स्तर की छात्राओं को संबोधित करते हुए डॉ. मौर्य ने भारतीय दर्शन में
आगमनात्मक तर्क की विभिन्न विधियों जैसे न्यायशास्त्र, अनुमान आदि का उल्लेख किया.
इसके साथ ही उन्होंने भारतीय और पश्चिमी तर्क के बीच अंतर, न्याय दर्शन में अनुमान,
व्याप्ति की प्रकृति आदि के बारे में चर्चा की और साथ ही बेहतर समझ के लिए उन्होंने
फिलासफी विषय पर आधारित पुस्तकों का भी सुझाव दिया. इसके इलावा उन्होंने अंत में
छात्राओं के द्वारा पूछे गए विभिन्न सवालों के जवाब भी बेहद सरल ढंग से दिए. विद्यालय
प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने विषय की महत्वपूर्ण जानकारी छात्राओं को प्रदान
करने के लिए डॉ. मौर्य के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इस सफल आयोजन के लिए डॉ.
एकता सैनी, अध्यक्ष, फिलासफी विभाग के द्वारा किए गए प्रयत्नों की प्रशंसा की ।
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