जालंधर : भारत की विरासत संस्था कन्यामहाविद्यालय
आटोनॉमस कालेज एवं देश के नंबर 1
कालेज की रैकिंग प्राप्त (इंडिया टूडे
द्वारा विभिन्न श्रेणियों में प्राप्त)
जालंधर हमेशा से ही शिक्षा के क्षेत्र
में नवीनतम प्रयास करता रहता है। इसी के
तहत के.एम.वी. में न्यू ऐज आर्नस प्रोग्राम
बी.काम. (आर्नस), बी.एस.सी. (आर्नस फिजिक्स),
बी.एस.सी. आर्नस मैथ, बी.एस.सी. आर्नस इंगलिश
और बी.एस.सी. आर्नस एग्रीकल्चर शुरु किए गए
हैं। कालेज प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा
द्विवेदी ने इन नए आर्नस प्रोग्राम पर प्रकाश
डालते हुए कहा कि यह आर्नस प्रोग्राम तीन
वर्षीय डिग्री प्रोग्राम हैं जबकि बी.एस.सी.
आर्नस एग्रीकल्चर की अवधि चार वर्षीय डिग्री
प्रोग्राम है। यह सभी आर्नस प्रोग्राम
विद्यार्थियों की भारी मांग और वर्तमान समय
में मार्किट में चल रही मांग के अनुसार
शुरु किए गए है। उन्होंने बी.ए. आर्नस
इंगलिश के बारे में बताया कि के.एम.वी. इस
रीजन का पहला कालेज है जिसके द्वारा
यह कोर्स शुरु किया गया है। इस कोर्स को
करने के बाद विद्यार्थी एजुकेशन,
एडवरटाईजिंग, हियूमैन रिसोर्स,
मैनेजमैंट, जर्नलिज़ाम, प्रिंट और
इलैक्ट्रानिक मीडिया, कापीराईटिंग,
एडीटिंग एवं विभिन्न इंडस्ड्री में

कम्यूनिकेशन ट्रेनर के तौर पर जॉब
प्राप्त कर सकते है। इसके साथ-साथ यह
डिग्री कोर्स करने के बाद एम.ए. इंगलिश भी
की जा सकती है और अन्य प्रतियोगिती
परीक्षाएं जैसे आई.ए.एस. पी.सी.एस. एवं
आईलैट्स, टोफल आदि के लिए आसानी से
तैयारी की जा सकती है। उन्होंने बी.काम.
आर्नस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि
यह प्रोफैशनल डिग्री टैक्स, सेल टैक्स,
फाईनांस एकाउंटिंग, बैकिंग, सर्विसिज़,
कंप्यूटर एपलीकेशन जैसे व्यवहारिक
क्षेत्रों में करियर बनाने में कारगर
है एवं सी.ए., सी.एस., सी.एम.ए, सी.एफ.ए, जैसी
प्रतियोगी परीक्षाओं को पास करने में
मददगार साबित हो रहे है। कालेज में
चल रहे बी.एस.सी. आर्नस एग्रीकल्चर में भी
छात्राओं का रुझान लगातार बढ़
रहा है। चार वर्षीय इस डिग्री कोर्स में
छात्राओं को के.एम.वी. में व्यवहारिक
तरीके से एग्रीकल्चर संबंधित विभिन्न आयामों
को व्यापक तरीके से सिखाया जा रहा
है। इस डिग्री कोर्स को करने के बाद
छात्राएं एग्रीकल्चर से संबंधित विभिन्न
सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं में
एवं एग्रीकल्चर रिसर्च के एरिया में भी
करियर बना सकती है। के.एम.वी. में इस साल
से शुरु होने वाले बी.एस.सी. आर्नस फिजिक्स
तीन वर्षीय डिग्री कोर्स के द्वारा छात्राएं
साईंस के क्षेत्र में व्यापक तरीके
करियर बना सकती है। इस कोर्स में साईंस
के कोर विषय फिजिक्स के बारे में
व्यवहारिक तरीके से छात्राओं को कई
प्रोफैशनल एक्सपर्टस द्वारा सिखाया जाएगा
ताकि वे भविष्य में रिसर्च के एरिया में,

इंडियन नेवी, एयरफोर्स, डिफैंस सर्विस,
इंडियन एडमिनीस्ट्रेटिव सर्विसिज़और
अन्य स्टेट और केंद्रीय स्तर की सर्विसिज़
में रोज़गार प्राप्त कर सकती है। इसके
साथ-साथ के.एम.वी. में इस साल से बी.एस.सी. आर्नस
मैथ, डिग्री कोर्स भी शुरु किया जा रहा
है। जिसके माध्यम से छात्राएं मैथ के
विभिन्न आयामों को व्यापक तरीके से
समझेंगी और छात्राओं में विभिन्न
मैथैमेटेकली कैलकुलेशनस की व्याख्या
करने, लाजिकल स्किल को बढ़ाने के
काबिल बन सकेंगे। इस कोर्स को करने के
बाद छात्राएं रिसर्च एनालिस्ट,
एक्चुरियल एनालिस्ट, साफ्टवेयर
एनालिस्ट, बैकिंग आफिसर,
डी.आर.डी.ओ. व भावा एटॉमिक रिर्सच
सैंटर में साईटिस्ट और मैथ में टीचर्स
के तौर पर करियर बना सकती है।
कालेज प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी
ने कहा कि स्वायत संस्था स्टेट्स के अंतर्गत
के.एम.वी. हायर एजुकेशन में विद्यार्थियों को
शिक्षा के बहु उपयोगी अवसरों को प्रदान
करने के लिए ही आर्नस प्रोग्राम शुरु कर
रहा है। इसके साथ-साथ कई न्यू ऐज
इनोवेटिव प्रोग्राम वैल्यू एडिड कोर्सिस,
पाठ्यक्रम में परिवर्तन और कई
एजुकेशन संबंधित और एगज़ामीनेशन संबंधित
नए प्रावधान कर रहा है। उन्होंने
कहा कि यह आर्नस प्रोग्राम छात्राओं को
अंतराष्ट्रीय स्तर के मानदंड के
अनुसार शिक्षा उपलब्ध करवाने में
कारगर साबित होगा।

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