“जीवन में हर छोटी-छोटी चीजों का आनंद लें क्योंकि एक दिन आप पीछे मुड़कर देखेंगे तो आप महसूस करेंगे कि ये आपकी अविस्मरणीय यादें थी| ”

गर्मी का समय बच्चों के लिए स्कूल जाने और पाठ्यक्रम से हटकर नई गतिविधियाँ करने का होता है | गर्मी की छुट्टियाँ, एक अन्य तरीके से मौज-मस्ती करते हुए जीवन कौशल को सीखने का अवसर हैI इसे ध्यान में रखते हुए कैम्ब्रिज इनोवेटिव स्कूल ने 25 मई से 27 मई तक कक्षा प्रथम से अष्टम के लिए तीन दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन कियाI यह ग्रीष्मकालीन शिविर मनोरंजन के साथ-साथ कुछ नया सीखने का एक सुंदर संयोजन था I समर कैंप विशेष था क्योंकि गतिविधियों का संचालन वरिष्ठ छात्रों द्वारा किया गया , जिन्होंने नेतृत्व और अनुशासन की भावना के साथ अपनी जिम्मेदारियों को निभाया I

समर कैंप के पहले दिन की शुरुआत छात्राओं ने मस्ती और उत्साह के साथ कीI सत्र को कहानी सुनाने,सुलेख, विज्ञान के साथ मज़ा,कला, फिटनेस, संगीत,नृत्य, अटल लैब, खाना पकाने और कई अन्य गतिविधियों के साथ आगे बढ़ाया गया I इन गतिविधियों द्वारा नई चीजें सीखने के लिए विद्यार्थी वास्तव में उत्साहित थे। छात्र और छात्राओं ने अपनी छिपी प्रतिभा की खोज करके कुछ नया सीखने के लिए उत्साहपूर्वक गतिविधियों में भाग लिया Iपहला दिन विद्यार्थियों के चेहरे पर एक बड़ी मुस्कान के साथ और आने वाले दो दिनों में कुछ नया सीखने की आशा के साथ समाप्त हुआ ।

ग्रीष्मकालीन शिविर का दूसरा दिन मस्ती और सीखने का एक आदर्श मिश्रण था। जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ भाग लिया और मस्ती के तत्व ने विज्ञान की शिक्षा को भी उन्नत किया| विद्यार्थी अपनी मुस्कान के माध्यम से कुछ नया और दिलचस्प सीखते रहे| दूसरा दिन विद्यार्थियों के लिए सीखने का एक सुखद अनुभव था| खाना पकाने, फिटनेस, कला, संगीत और नृत्य जैसी अन्य गतिविधियों को करने में विद्यार्थियों में एक अलग ही जोश देखा गया| वरिष्ठ छात्रों के लिए भी अपनी नेतृत्व और अनुशासन की जिम्मेदारी को निभाते हुए यह एक ज्ञानवर्धक अनुभव रहा|

परिंदों को मिलेगी मंजिल यकीनन, ये फैले हुए उनके पर बोलते है और सूर्य जैसा तेजस्वी बनने के लिए उसका ताप झेलना भी ज़रूरी है, इन्हीं भावनाओं के साथ ग्रीष्मकालीन शिविर के तीसरा दिन का आगाज़ हुआ | स्कूल में अन्य उपयोगी और मनोरंजक गतिविधियों की भी व्यवस्था की थी जैसे कि तैराकी, स्केटिंग और नृत्य| विद्यार्थियों ने सभी गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों को इतनी प्रतिभा से ओतप्रोत देखकर बहुत अच्छा लगा| इस अवसर पर मुख्य शैक्षणिक अधिकारी एल.डब्ल्यू.ई.एस.  दीपा डोगरा, निर्देशक और प्रधानाचार्या  किरणजोत ढिल्लों और वाइस प्राचार्या  प्रीति शर्मा ने नवोदित विद्वानों के प्रयासों की सराहना की और प्रोत्साहित किया | उन्हें भविष्य में अपने समग्र विकास के लिए अपनी प्रतिभा को विकसित करने के लिए प्रेरित किया |

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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