जालन्धर :विजीलैंस विभाग द्वारा आज दोपहर के समय पंजाब वक्फ बोर्ड जालन्धर के एस्टेट अफसर अली हसन एवं चपड़ासी मो. यासूफ को 35 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ काबू किया विजीलैंस विभाग मोहन लाल पुत्र तारू राम वासी पठानकोट चौंक जालन्धर ने शिकायत दी थी कि एस्टेट अफसर द्वारा जंडू सिंघा के समीप लीका पर दी गई डेढ़ कनाल जमीन की लीज़ एक्टैंड करने के एवज में 50 हजार की रिश्वत मांग रहा है। जिसके बाद विजीलैंस विभाग ने ट्रैप लगाना शुरु कर दिया।प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए डीएसपी निरंजन सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता मोहन सिंह द्वारा 19 जून को 40 हजार में से 5000 हजार रुपये एस्टेट अफसर को दे दिए गए थे जिसके बाद आज बाकी के 35 हजार रुपये देने थे। विभाग ने सभी नोटों पर कैमिकल लगाकर नंबर नोट कर लिए। जिसके बाद इमामनासिर में स्थित पंजाब वक्फ बोर्ड के दफ्तर में मोहन सिंह ने 35 हजार रुपये एस्टेट अफसर अली हसन को दे दिए। यह पैसे जैसे ही ईओ ने पकड़े वैसे ही अपने चपड़ासी मो. यासूफ को पकड़ा दिए।मौके पर सिविल वर्दी में पहुंची विजीलैंस विभाग की टीम ने ईओ तथा चपड़ासी को रंगेहाथ रिश्वत लेते काबू कर लिया। विजीलैंस विभाग के डीएसपी निरंजन सिंह ने बताया कि पकड़े गए दोनो आरोपियों के खिलाफ 7 पीसी एक्ट तथा 120 बी के तहत एफआरआई नंबर 13 दर्ज कर ली गई है। अभी मामले की जांच चल रही है ।

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