
डीएवी कॉलेज जालंधर की विद्यार्थी परिषद ने होली के शुभ त्योहार पर “रंगों की खुशियाँ बरसाएँ” थीम के साथ तिलक होली का आयोजन किया, जिसमें कॉलेज की विद्यार्थी परिषद ने सभी शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को तिलक लगाकर इस त्योहार को मनाया। रंगों के त्योहार के साथ छात्रों ने एक-दूसरे के साथ सभी मतभेदों को भुलाकर एक संयुक्त परिवार के रूप में रहने का संकल्प लिया।
प्राचार्य डॉ राजेश कुमार ने इस अवसर पर बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति के अनुसार यह संवत का आखिरी त्योहार होता है जिसमें आपसी सौहार्द और सद्भावना का संदेश निहित है, उन्होंने कहा कि होली नई आशा, नई शुरुआत और नए अवसरों का त्योहार है। उन्होंने भूलने, माफ करने और नई शुरुआत करने की बात दोहराई और छात्रों को केवल जैविक रंगों से खेलने की सलाह दी। कॉलेज के छात्रों ने गीतों, नृत्य और चमकीले रंगों के साथ आशा के मौसम वसंत का स्वागत किया।
विद्यार्थी परिषद के डीन प्रो मनीष खन्ना ने भी सभी स्टूडेंट्स को होली की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि इस तरह के त्योहार हमारी ज़िंदगी में ख़ुशियाँ और आपसी प्यार के रंग भर देते है ।