
डीएवी कॉलेज में नए छात्रों हेतु कॉलेज की लाइब्रेरी में चार दिवसीय कक्षावार ओरिएंटेशन प्रोग्राम की शुरूआत हुई। ओरिएंटेशन प्रोग्राम में आज ग्यारहवीं के छात्रों ने लाइब्रेरी विजिट किया। आगामी दिनों में बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए बीसीए, बीएजेएमसी के छात्र विज़िट करेंगे।
इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम में कॉलेज के नए विद्यार्थियों ने लाइब्रेरी के सभी अनुभागों का दौरा किया। उन्होंने सर्कुलेशन सेक्शन, रेफरेंस सेक्शन आदि सहित सभी अनुभागों की कार्यप्रणाली के बारे में सीखा। छात्रों ने भाषा, साहित्य और विज्ञान, वाणिज्य आदि से संबंधित विभिन्न जानकारी ली।
प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि डीएवी कॉलेज लाइब्रेरी उत्तर भारत की सबसे बड़ी कॉलेज लाइब्रेरी में से एक है, जिसमें 2 लाख से अधिक पुस्तकों का विशाल संग्रह है, जहां छात्रों को अपने विषयों की पुस्तकों के अलावा अन्य महत्वपूर्ण पुस्तकें भी मिलेंगी। बुक बैंक योजना के माध्यम से जरूरतमंद एवं वंचित विद्यार्थियों को पुस्तकें निःशुल्क उपलब्ध करायी जाती हैं, ताकि उनकी शिक्षा में कोई बाधा न आये। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को महाविद्यालय के पुस्तकालय का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। प्राचार्य डॉ. राजेश ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों में पढ़ने की आदत विकसित करते हैं और उनके ज्ञान को बढ़ाते हैं।
लाइब्रेरियन प्रो. नवीन सैनी ने इस बात पर जोर दिया कि कॉलेज की लाइब्रेरी अपने आप में एक पूरी तरह से स्वचालित लाइब्रेरी है जिसमें कॉलेज प्रत्येक छात्र को “इन्फ्लिबनेट” के माध्यम से एक यूजर नेम, पासवर्ड सुविधा भी प्रदान करता है, ताकि छात्र कहीं भी बैठकर ई-जर्नल्स और ई-पुस्तकें पढ़ सकें। छात्र पुस्तकालय देखकर बहुत खुश हुए और यह जानकर प्रभावित हुए कि कॉलेज पुस्तकालय अपने उपयोगकर्ताओं को विभिन्न सेवाएँ प्रदान कर रहा है।
उन्होंने बताया कि महाविद्यालय की लाइब्रेरी में “वेब-ओपीएसी” भी उपलब्ध है। इसके माध्यम से छात्र कंप्यूटर पर यह देख सकते हैं कि कॉलेज की लाइब्रेरी में कौन सी किताबें उपलब्ध हैं, उनके लेखक क्या हैं, कहां रखी हैं आदि।
लाइब्रेरियन प्रो. नवीन सैनी, लाइब्रेरियन श्वेता, श्री अरुण पाराशर, श्री नरिंदर खुल्लर, श्री राम चंदर और अन्य पुस्तकालय स्टाफ सदस्य इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम में उपस्थित थे।