नई दिल्ली:

आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के लड्डू में पशुओं की चर्बी के इस्तेमाल की बात सामने आने के बाद से सियासत गरमा गई है. हर तरफ बयानबाजी और दोषियों पर कार्रवाई की मांग हो रही है. इस विवाद पर अब समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद डिंपल यादव का एक बयान आया है. जिसमें उन्होंने कहा कि आम आदमी के खाने में हो रही मिलावट का कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है. इस संवेदनशील मामले की जांच होनी चाहिए. डिंपल यादव ने कहा कि हमने वृंदावन में भी ऐसी ही घटना के बारे में सुना है. उन्होंने कहा मिलावटी अनाज, मिलावटी तेल और घी के रूप में मिलावटी खाद्य पदार्थ समाज के हर वर्ग तक पहुंच चुके हैं.”

दूसरी ओर आंध्र प्रदेश के तिरुप​ति बालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए तैयार किए जाने वाले ‘प्रसादम’ में कथित रूप से जानवरों की चर्बी मिलाए जाने की खबर आने के बाद मथुरा में भी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) सक्रिय हो गया है और कई जगहों से प्रसाद के नमूने एकत्र किए गए हैं.

एफएसडीए ने पिछले 48 घंटों में अलग-अलग जगहों से प्रसाद के रूप में बिक रहे पदार्थों के कुल 13 नमूने एकत्र कर प्रयोगशाला भेजे गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि, वृन्दावन के ठा. बांकेबिहारी मंदिर एवं गोवर्धन के दानघाटी मंदिर के बाहर स्थित दुकानों पर से ये नमूने लिये गए हैं. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रसाद में मिलावट का मामला सामने आने के बाद टीम ने ठाकुर बांके बिहारी मंदिर, श्रीकृष्ण जन्मभूमि और गोवर्द्धन मंदिर के बाहर प्रसाद की दुकानों से नमूने लिये और उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा.

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