नई दिल्ली: अफगानिस्तान  में तालिबान ने अपनी सरकार बना ली है और वह शासन करने की ओर बढ़ चला है. लेकिन पंजशीर  में उसे अब भी चुनौती मिल रही है. नॉर्दर्न एलायंस के प्रमुख अहमद मसूद के प्रवक्ता अली नज़ारी ने इस बीच अहम बयान दिया है कि पंजशीर के 60 फीसदी हिस्से पर अभी भी नॉर्दर्न एलायंस का ही नियंत्रण है और वो तालिबान की पहुंच से दूर है. नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स  के अली मैसम नज़ारी ने आजतक को बताया कि अहमद मसूद और अमरुल्ला सालेह इस वक्त अफगानिस्तान में ही हैं. वह अपने मुल्क में हैं और लोगों के साथ हैं, किसी को भी धोखा नहीं दिया जाएगा. ये बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि बीच में इस तरह की खबरें सामने आई थीं कि अहमद मसूद इस वक्त ताजिकिस्तान में हैं, लेकिन अब उनके प्रवक्ता द्वारा ये साफ कर दिया गया है कि वो मुल्क में ही हैं.अली नज़ारी ने साफ दिया कि पंजशीर पर अभी तालिबान  का कब्जा नहीं है, 60 फीसदी पंजशीर इस वक्त हमारे पास ही है. तालिबान ने शेर की गुफा में कदम रखा है, उसे इसकी कीमत चुकानी ही होगी. NRF के प्रवक्ता ने साफ किया कि तालिबान को बॉर्डर के पार (पाकिस्तान) से भी समर्थन मिल रहा है. अफगानिस्तान के मसले पर दुनिया के रुख को लेकर अली नज़ारी ने कहा कि दुनिआ ने जिस तरह अफगानिस्तान में जारी मानवीय संकट पर अपनी आंखें बंद की हैं, वह बहुत ही निराशाजनक है.
गौरतलब है कि बीते दिनों तालिबान ने दावा किया था कि पंजशीर पर उसने कब्जा कर लिया है. तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के बीच लंबे वक्त तक यहां पर बातचीत चली, लेकिन उसके बाद भिड़ंत भी हुई. दोनों ओर से कई लड़ाके इस दौरान मारे गए, लेकिन बाद में तालिबान ने अपना कब्जा होने का दावा कियापंजशीर पर कब्जे के दावे के बाद ही तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी अंतरिम सरकार का गठन किया. तालिबान ने 33 कैबिनेट मंत्रियों के साथ अपनी सरकार बना दी है, हालांकि इसके खिलाफ काबुल समेत अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है.

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