पटना: उत्तर बिहार में एईएस  से बच्चों की मौत के मामलों से अभी बिहार सरकार और चिकित्सा तंत्र जूझ ही रहा था कि एक और रहस्यमय बीमारी ने स्वास्थ्य विभाग और राज्यवासियों को हिला कर रख दिया है। जहानाबाद  जिले के करपी थाने के माधवपुर सरकारी स्कूल में उस समय अफरातफरी मच गई, जब देखते ही देखते 70 बच्चों के शरीर में गहरे काले रंग के धब्बे-चकत्ते  निकल आए। इससे अफरातफरी मच गई। डॉक्टरों ने इलाज के बाद बच्चों को खतरे से बाहर बताया, तो लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन इस रहस्यमयी बीमारी के कारणों को लेकर लोगों में शंकाएं बनी रहीं। इस नई बीमारी से सकते में आए चिकित्सकों ने फिलहाल साफ-सफाई से रहने की हिदायत के साथ लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी है, लेकिन इस शंका का समाधान नहीं हो पाया कि आखिर यह चकत्ते-धब्बे किस वजह से निकले।

गौरतलब है कि चमकी  उत्तरी बिहार के मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक सामने आया था, तो यह काले धब्बों का मामला दक्षिण बिहार से सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार अरवल के करपी प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय , आनंदपुर में मंगलवार को अचानक कई बच्चों के हाथ-पैर में काले धब्बे  निकल आए। देखते-देखते करीब 70 बच्चे इसकी चपेट में आ गए, जिन्‍हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। खास बात यह है कि सभी बच्चे विद्यालय आने पर ठीक थे, लेकिन अचानक उन्‍होंने काले धब्बे निकालने की शिकायत की।

एक साथ कई बच्चों के बीमार पडऩे की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। इलाके के लोगों की भीड़ स्कूल पर उमड़ पड़ी। लोगों में शंकाओं के साथ गुस्सा भी दिखा। लोग स्कूल प्रबंधन के साथ उलझते भी दिखाई दिए। हालांकि स्कूल प्रबंधन ने तुरंत एक्शन लेते हुए सभी पीडि़त बच्चों को एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र  पहुंचाया। डॉक्टरों के मुताबिक सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। डॉक्टरों ने एलर्जी के कारण बच्चों के हाथ-पैर में काले धब्बे होने की संभावना व्यक्त की है। हालांकि, निश्चित तौर पर वे भी कुछ कहने से बचते नजर आए।

Disclaimer : यह खबर उदयदर्पण न्यूज़ को सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। उदयदर्पण न्यूज़ इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है। यदि इस खबर से किसी व्यक्ति अथवा वर्ग को आपत्ति है, तो वह हमें संपर्क कर सकते हैं।