नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कल संसद के अपने पहले भाषण में जो संसद की मर्यादा का मजाक बनाया है और बार-बार संसद में स्पीकर के कहने के बाद भी नियमों को ताक पर रखकर उसका मजाक बनाया गया है, वह बहुत ही शर्मनाक है। आपको बता दें कि कल राहुल गांधी ने नियम की उल्लंघना करते हुए संसद में धार्मिक भावनाओं का मजाक बनाया और अलग-अलग धर्म के पूजनीय भगवानों के चित्र संसद में दिखाकर नियम की उल्लंघना की है। राहुल गांधी ने हिंदुओं को निशाना बनाते हुए उन्हें हिंसक करार दिया। इस मुद्दे को लेकर हिंदू संगठनों में एंव भाजपा नेताओं में काफी रोष है और इसी विषय में जब जालंधर केंद्रीय विधानसभा के अंतर्गत आते मंडल नं. 5 के महामंत्री इंजी. चंदन रखेजा से बात कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो चंदन ने राहुल गांधी के इस भाषण की कड़ी निंदा करते हुए तीखा हमला बोला। रखेजा ने कहा कि राहुल गांधी को बेतूके बयान और धार्मिक बयान देने की बजाय पहले उस धर्म के बारे में जान लेना चाहिए। साथ ही चंदन ने कहा कि राहुल गांधी जितनी मर्जी कोशिश कर लें पर लोग अभी भी उन्हें पप्पू ही मानते हैं। रखेजा ने कहा कि राहुल गांधी ऐसे बयान देकर असली मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों को दिए 8500 रुपये के झूठे आश्वासन पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं जिसमें वे कभी सफल नहीं होंगे और देश की जनता भी अब उन्हें खटाखट और फटाफट राजनीति से अलविदा कर देगी। आपको याद दिला दें कि चंदन जी का यह बयान राहुल गांधी के उस बयान के संदर्भ में आया जिसमें 1 जुलाई से राहुल गांधी ने लोगों के खाते में खटाखट 8500 रुपये हर महीने आने की बात कही थी। कल 1 जुलाई को खटाखट 8500 लोगों के खाते में नहीं आए जिस पर रखेजा ने चुटकी लेते हुए राहुल गांधी को मर्यादा में रहकर बयानबाजी करने की सलाह दे डाली। साथ ही ईंजीनियर रखेजा ने कहा की राहुल गांधी को यह याद रखना चाहिए कि आपातकाल लगाने वाली उन्हीं की पार्टी ने कैसी हिंसा करके दिखाई थी जिसकी पीढ़ा आज भी लोगों के दिलों में है और देश की जन्ता भली भांति जानती और पहचानती है कि कौन हिंसा का सहारा लेकर अपनी राजनीतिक जमीन तैयार करता आया है।

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