डीएवी कॉलेज : जालन्धर को ‘डीबीटी-स्टार कॉलेज स्कीम’ के अंतर्गत विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विज्ञान के विषयों में शिक्षा के स्तर को और उच्च बनाने के लिए 1 करोड़ 23 लाख की अनुदान राशि जारी की गई। प्रिंसिपल डा. एस. के. अरोड़ा ने बताया कि ‘डीबीटी-स्टार कॉलेज स्कीम’ के अंतर्गत विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार को स्नातक स्तर पर बीएससी मेडिकल/नॉन-मेडिकल, बीएससी बायोटेक्नोलोजी, बीएफएसटी आदि विज्ञान की कक्षाओं में शिक्षा के स्तर को और ऊंचा करने के लिए एक प्रस्ताव भेजा गया। जिसे भारत सरकार द्वारा मान्य कर लिया गया, जिसके अंतर्गत डीएवी कॉलेज को यह राशि मिलेगी। डीबीटी की तरफ से डीएवी कॉलेज को 81 लाख की पहली किश्त जारी कर दी गई है, जिसमें से 62 लाख की राशि से विभिन्न विभागों के लिए नए उपकरण लिए गए हैं। इस राशि का उपयोग विज्ञान की सभी विषयों में शिक्षण एवम प्रशिक्षण में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए शैक्षणिक और भौतिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए किया जाएगा।
प्रिंसीपल डा. अरोड़ा ने इस मौके पर कॉलेज के विज्ञान के सभी विभागों के स्टाफ को बधाई दी एवम उनका इस प्रस्ताव में बेहतरीन तरीके से कार्य करने के लिए उनका धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि केमिस्ट्री विभाग के डा. राजीव कुमार शर्मा, फिजिक्स विभाग के डा. नवजीत शर्मा एवम जूलॉजी विभाग के डा. पुनीत पुरी ने जनवरी 2019 में नई दिल्ली में डीबीटी के समक्ष यह प्रस्ताव पेश किया था। उन्होंने बताया कि इस अनुदान का उपयोग विज्ञान में स्नातक स्तर पर महत्वपूर्ण सोच और अनुसंधान उन्मुख प्रयोगात्मक कार्य में सुधार के लिए किया जाएगा।
प्रिंसिपल डा. अरोड़ा ने बताया कि डीएवी कॉलेज शिक्षा के क्षेत्र में सदैव अग्रणी रहा है। डीएवी कॉलेज जालंधर के सभी विज्ञान विभागों की प्रयोगशालाएँ नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित हैं। प्रत्येक विज्ञान विभागों में विभागीय पुस्तकालयों के लिए नवीनतम संस्करण पुस्तकें भी खरीदी जाती हैं। सभी विज्ञान विभागों के सदस्य सक्रिय रूप से अनुसंधान कार्य में शामिल होते हैं।
डॉ. अरोड़ा ने कहा कि डीएवी कॉलेज हमेशा मूल्य शिक्षा प्रदान करने के लिए जाना जाता है और स्टार कॉलेज योजना के तहत डीबीटी से प्राप्त अनुदान के साथ कॉलेज के सभी विज्ञान प्रयोगशालाओं और वैज्ञानिक वातावरण में प्रयोगात्मक कार्य को और मजबूत करेगा। कॉलेज अपने वैज्ञानिक अनुसंधान योग्यता को प्रोत्साहित करने और समर्थन करने के लिए सभी विज्ञान विभागों में छात्रों के लिए आने वाले सत्र में कई वैज्ञानिक कार्यक्रम आयोजित करेगा।
केमिस्ट्री विभाग के डा. राजीव कुमार शर्मा ‘डीबीटी स्टार कॉलेज स्कीम’ के कॉर्डिनेटर हैं। उन्होंने बताया कि इस अनुदान की मदद से बीएससी मेडिकल/नॉन-मेडिकल, बीएससी बायोटेक, फ़ूड साइंस एवम टेक्नोलोजी में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग में नए प्रयोगों के संचालन के संदर्भ में गुणवत्ता को मजबूत किया जाएगा। विद्यार्थियों को विभिन्न विज्ञान विषयों में कुछ छोटी शोध परियोजनाएं दी जाएंगी ताकि उनके वैज्ञानिक अनुसंधान योग्यता को नियमित कक्षा शिक्षण के साथ-साथ मजबूत किया जाए। सभी विज्ञान विभाग स्टाफ के साथ-साथ छात्रों के लिए अंतर-अनुशासनात्मक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेंगे। डा. राजीव कुमार शर्मा ने बताया कि इस योजना के तहत छात्रों को विभिन्न अनुसंधान प्रयोगशालाओं और उद्योगों में ग्रीष्मकालीन या शीतकालीन स्कूलों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि विभिन्न वैज्ञानिक क्षेत्रों में नवीनतम शोध कार्यों के शामिल हो सकें। हमें उम्मीद है कि इस तरह के कार्यक्रमों से अधिक से अधिक छात्रों को विज्ञान में उच्च शिक्षा लेने के लिए प्रोत्साहित किया
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