श्री चैतन्य महाप्रभु श्री राधा माधव मंदिर प्रताप बाग में 63वे वार्षिक श्री हरिनाम संकीर्तन सम्मेलन का आज शुभारंभ हुआ । सम्मेलन की अध्यक्षता अखिल भारतीय श्री चैतन्य गौड़ीय मठ के वर्तमान आचार्य त्रिदंडी स्वामी श्रीमद् भक्ति विचार विष्णु महाराज जी ने की । हैदराबाद से पधारे त्रिदंडी स्वामी जितेंद्रिय महाराज जी अपने प्रवचन में श्रीमद् भागवत महापुराण से साधु के लक्षणों के बारे में बताते हुए कहा कि साधु सहनशील होता है । दूसरों को दुख को देखकर साधु का हृदय करुणा से भर जाता है । श्रील विष्णु महाराज जी ने कहा कि श्री चैतन्य गौडीय मठ के संस्थापक श्रील भक्ति दयित माधव गोस्वामी महाराज जी ने मायावादियों के गढ़ पंजाब में आकर शुद्ध भक्ति का प्रचार करते हुए असंख्य जीवों का उद्धार किया। श्रील निरीह महाराज ने सूरदास जी का भजन *हे गोविन्द राखो शरण अब तो जीवन हारे* और हरे कृष्ण महामंत्र संकीर्तन द्वारा सब को भाव विभोर कर दिया। आज शाम 3:30 बजे मंदिर प्रांगण से नगर संकीर्तन शोभा यात्रा निकाली जाएगी जो मुख्य मुख्य बाजारों से होती हुई मंदिर में विश्राम होगी । सम्मेलन में मायापुर से नारायण महाराज, कोलकाता से रामचंद्र प्रभु, अमरेंद्र प्रभु, ऋषिकेश प्रभु, इत्यादि भी शामिल हुए। केवल कृष्ण, रेवती रमन गुप्ता, अमित चड्ढा, राजेश शर्मा, अजीत तलवार, टी एल गुप्ता, नरेंद्र गुप्ता, राममिलन पांडे, ओम भंडारी, अजय अग्रवाल, राजीव ढींगरा, विजय सागड़, सन्नी दुआ, मिंटू कश्यप, हेमंत थापर, मनोज कौशल, अंबरीश कश्यप, जगन्नाथ शर्मा, अरुण गुप्ता, नरेंद्र कालिया, अकाश मल्होत्रा, विशाल ठुकराल, राजन गुप्ता, दीपक चोपड़ा, प्रेम चोपड़ा, करतार सिंह, गुरविंदर, संजीव खन्ना, केशव अग्रवाल, ललित अरोड़ा,

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