जालंधर : सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स मकसूदां कैंपस में स्थाई एवं जैविक खेती पर सैमिनार का आोयजन करवाया गया। इस सैमिनार में 70 किसानों ने भाग लिया। सैमिनार को करवाने का मु य मकसद किसानों को प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल करके कृषि क्षेत्र में अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने के बारे में बताना है।
सैमिनार में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबलस करतापुर के प्रोजैक्ट ऑफिसर डॉ. दलजीत सिंह गिल मु य वक्ता के रूप में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने किसानों को स्थाई एवं जैविक खेती करने के कई अलग तरीके बताए। जैसे कि यह बात स्पष्ट है कि छोटे किसानों की सं या 60-65 प्रतिशत है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए डॉ दलजीत सिंह गिल ने छोटे किसानों को स्थाई एवं जैविक खेती के द्वारा कृषि से ज्यादा लाभ पाने, जीवन स्तर को बढ़ाने के तरीके बताए।
सके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि आपके पास 1 से 10 एकड़ के बीच •ामीन है तो आप थोड़े से हिस्से पर जैविक खेती और बाकि बचे हिस्से पर पोल्ट्री पालन, डेयरी भी खोल सकते हैं। इससे यदि आपको एक जगह से नुक्सान होता है तो आप दूसरे हिस्से से लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
मकसूदां कैंपस की डायरैक्टर डॉ जसदीप कौर धामी ने डॉ. दलजीत सिंह और 70 किसानों का सैमिनार में आने के लिए आभार प्रकट किया। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को खेतों में रसायनिक पदार्थों का इस्तेमाल ना करने की सलाह दी।