जालंधर : सुरताल सभ्याचार सथ की ओर से करवाए गए 17 वें लोक
नाच सीखलाई कैंप का समापन मंगलवार को सीटी ग्रुप
ऑफ इंस्टीट्यूश के सरदारनी मनजीत कौर
ऑडिटोरियम में हुआ। यह कैंप गुरू नानक
देव यूनिवर्सिटी अमृतसर के पूर्व रजिस्टरार
डॉ इंद्रजीत सिंह की अगवाई में करवाया गया,
जिसमें 7 साल की आयु से लेकर 55 साल तक के 500
पुरूषों और महिलाओं ने भाग लिया।
कैंप के आखिरी दिन गिद्दा एंव भागंडा की
प्रतियोगिताएं भी करवाई गई, जिस में कैंप में भाग ले
रहे प्रतिभागियों में से ही 150 लोगों को चुना गया।
हर आयु के पुरूषों एंव महिलाओं को 6 अलग-अलग
टीमों में बांटा गया। डॉ. हरजीत सिंह,
सुखजिंदर सिंह बाजवा, गुरप्रीत कौर और धी पंजाब
दी की विजेता प्रमिंदर कौर ने जज की भूमिका
निभाई। स्टेज का संचालन विकास मौंगिया ने
किया।
युवाओं को पंजाब के लोक नाच भागंडा के साथ
जोडऩे एंव इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के
लिए बलवीर चंद को लाइफ टाइम अचीवर्स अवार्ड से
सम्मानित किया गया। इस दौरान सीटी ग्रुप के वाइस
चेयरमैन हरप्रीत सिंह, परमजित सिंह, दविंद्रर
सिंह, राजन औजला, हरजोत सिंह, गुरप्रीत सिंह,
प्रो. गीतिका सिंह, प्रो. एकजोत कौर, नीती वर्मा, सुखनंदन
कौर भी मौजूद थे।
मुख्य सुत्रधार नीतीराज बी ंिसंह ने लोक नाच
भागंडा सीखने आए लोगों का धन्यावद किया। इसके साथ
ही उन्होंने लाइफ टाइम अचीवर्स अवार्ड विजेता
बलवीर सिंह को बधाई दी।
सीटी ग्रुप के मैनेजिंग डायरैक्टर मनबीर सिंह
ने कहा कि आज के समय में लोग फिट रहने के लिए
अलग-अलग तरह के वर्कआउट करते हैं। मगर
हैल्दी रहने का सबसे आसान तरीका है लोक नाच
भागंडा एंव गिद्दा। इस तरह कैंप में भाग लेने से एक
तो शरीर तंदरूस्त और सभ्याचार जीवित रहता है।