शुक्रवार को सेहत विभाग की भारी भरकम टीम सेक्रेड हार्ट गई थी। टीम ने अस्पताल के ओटी, ओपीडी, अल्ट्रासाउंड और रेडियोलॉजी विभागों को अच्छे से सेनिटाइज कर दिया है। सेहत विभाग की ओर से जिला सेहत अधिकारी एसएमओ डॉ. एसएस नांगल और बाकी अधिकारियों ने सेक्रेड हार्ट अस्पताल मैनेजमेंट के साथ एक मीटिंग भी और हर उस वार्ड या विभाग को अच्छे से डिसइन्फेक्ट करने की हिदायतें दी जहां जहां अरविंदर गया था।
पिछले 15 दिन में संपर्क में आए हर एक स्टाफ मेंबर को घर भेजा
सेक्रेड हार्ट अस्पताल के प्रवक्ता और यूरोलॉजिस्ट डॉ. राजेश सच्चर ने बताया कि मिंटू के संपर्क में पिछले 15 दिन में जो जो डॉक्टर और स्टाफ आया है उन सभी को कवैरन्टीन कर दिया गया है। पहले गिनती 20 थी लेकिन अब 50 पहुंच गई है।
ओर्थो, रेडियोलॉजिस्ट, एनस्थेटिस्ट भी क्वैरन्टीन
लॉकडाउन के चलते पिछले 15 दिन में हालांकि बहुत कम सर्जरीज हुई हैं। मगर जितनी भी सर्जरीज में मिंटू ने डॉक्टरों को असिस्ट किया उन सभी डॉक्टरों और स्टाफ मेंबर्स को क्वैरन्टीन कर दिया गया है। इनमें ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. राजन, गायनीकॉलोजिस्ट डॉ. पिंकी, एनस्थेटिस्ट डॉ. वंदना और रेडियोलॉजिस्ट डॉ. राजीव मिगलानी शामिल हैं। उनके अलावा 26 के करीब पैरामेडिकल और स्पोर्टिंग स्टाफ क्वैरन्टीन हुआ है।
सेक्रेड हार्ट की रणनीति काम आई
सेक्रेड हार्ट अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. सच्चर ने बताया कि लॉकडाउन से पहले ही हमने अपने स्टाफ को अलग अलग शिफ्टों में बांट लिया था। हम जानते थे कि क्वैरन्टीन होने की स्थिति कभी भी आ सकती है। इसलिए हमारी एक टीम हमने रिजर्व रखी थी। एनएबीएच अस्पताल होने के नाते हमारे बहुत सारे डॉक्टर और अच्छी खासी गिनती में नर्सिंग व अन्य स्टाफ अभी भी अस्पताल में मरीजों की सेवा में लगा है। 50 सदस्यों के जाने के बाद भी कोई भी ब्रांच पूरी तरह प्रभावित होने नहीं दी जा रही।
50 के टेस्ट के लिए सिविल सर्जन दफ्तर ने वायल भेजे
अरविंदर सिंह मिंटू के पॉजिटिव आने के बाद क्वैरन्टीन हुए 50 स्वास्थ कर्मियों के टेस्ट भी होने जा रहे हैं। सिविल सर्जन दफ्तर से 50 वायल और सैंपल का सामान अस्पताल में पहुंचा दिया गया है। खबर लिखे जाने तक स्टाफ के ज्यादातर मेंबर्स के सैंपल लिए जा चुके थे। अब जल्द उन्हें सिविल अस्पताल पहुंचाया जाएगा और वहां से टेस्ट के लिए सैंपल अमृतसर मेडिकल कालेज जाएंगे। टेस्ट रिपोर्ट में दो से तीन दिन लग सकते हैं। जालंधर में इतनी बड़ी संख्या में स्टाफ के क्वैरन्टीन होने का यह पहला मामला है। इससे पहले बुधवार को सिविल अस्पताल जालंधर के चार डॉक्टर और 6 स्टाफ नर्स भी क्वैरन्टीन कर दी गई थीं। इन सबने मिट्ठा बाजार के रहने वाले वैद प्रवीण शर्मा का इलाज किया था। शर्मा कोरोन संक्रमित थे और उनकी मौत निमोनिया से हुई थी।