
जम्मू:भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में हुए सैन्य संघर्ष के दौरान भारतीय सैन्य इकाइयों का हिस्सा रहे कई अग्निवीर ने अहम भूमिका निभाई थी और कर्तव्य निर्वहन के दौरान उन्हें महत्वपूर्ण अनुभव मिला। जानकारी के मुताबिक करीब 3,000 अग्निवीर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में शामिल रहे। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि हालांकि, वर्तमान में सैन्य इकाइयों में केवल सीमित संख्या में अग्निवीर हैं और इसलिए वे अपने वरिष्ठों की देखरेख में काम कर रहे हैं। भारत ने सात मई की सुबह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने आठ, नौ
और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया था। पाकिस्तान की इन हरकतों का भारत की ओर से कड़ा जवाब दिया गया। भारतीय सेना ने 10 मई को पाकिस्तान के आठ हवाई ठिकानों पर मिसाइल और अन्य लंबी दूरी के हथियारों से हमला किया, जो पाकिस्तान द्वारा कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने के प्रयासों का जवाब था। चार दिन तक चले गहन सैन्य संघर्ष के दौरान, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी ड्रोन को निष्क्रिय कर दिया और हवाई रक्षा प्रणाली ने हमलों को विफल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।