अच्छी सोच से सुखीः तो गलत सोच से होता होते हैं दुखीः।नवजीत भारद्वाज
जालंधर (राजेश): मां बगलामुखी धाम लम्मा पिंड चौक से जंडू सिंघा रोड पर स्थित गुलमोहर सिटी जालंधर में सप्ताहिक हवन यज्ञ पर आए हुए श्रद्धालुओं से धाम के संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि महामाई की माया है कि जिसके पास सब कुछ है वह भी दुखी है जिसके पास कुछ नहीं उसे तो दुखी होना ही है। जिसके पास संतान नहीं वह संतान के लिए दुखी है जिसके संतान है वह उसके को कृत्य के लिए दुखी है ।इस तरह संसार ही दुखोंः का घर है ।अपनी बात को विस्तार देते हुए नवजीत भारद्वाज ने कहा कि अब प्रश्न पैदा होता है कि संसार में सुखी कौन है सीधा सा उत्तर है जिस पर मालिक की मेहर हो जाए तो उस मानव की सोच ही ऐसी बना देता है कि वह त्याग करके तथा किसी का भला करके खुश होने का प्रयास करता है और कर्म करने में ही विश्वास रखता है ।फल की इच्छा नहीं करता जो ऐसा स्वभाव बना ले वह आनंद में रहता है जो दूसरों के बुरे दिनों में उसका मजाक ना उड़ा कर उसकी मदद करता है वह हर समय आनंद में रहता है । इसलिए अपनी सोच सार्थक रखनी चाहिए।आज के सप्ताहिक हवन में यज्ञ में मुख्य यजमान सीमा गलहोत्रा, रानी सरीन, निर्मल शर्मा, विजय कुमारी, मोनिका बहल, इंदु खनना, श्रीकंठ जज,मुकेश चौधरी, गौरव कोहली,विनोद खन्ना, गुरबाज सिंह, ओंकार सिंह, स बलजिंदर सिंह, रजिंदर सहगल, दिनेश बहल, सुरेंदर सिंह बावा ,ठाकुर बलदेव सिंह, सूरज, गौरव छाबड़ा,पं सतीश शर्मा, एडवोकेट राजकुमार, राजेश कोछड, संजीव शर्मा, बलदेव शर्मा, सुरेश शर्मा, महिंदर पाल चोपड़ा, मोहित बहल, एडवोकेट राजकुमार, कुनाल अग्रवाल, रोहित बहल, समीर कपूर, वावा खनना, अभिलक्षय चुघ, सजीव राणा, दिवाकर भारद्वाज, सुनील जगगी ,नरेश वर्मा, प्रिंस,पं पिंटू शर्मा ,पं अविनाश गौतम सहित भारी संखया में मां भक्त मौजूद थे।
एकादशी के शुभ अवसर पर
आरती उपरांत मीठे जल एवम् लंगर भंडारे का भी वितरण किया गया।