दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, आज यानी 13 दिसंबर को शुक्र प्रदोष व्रत है। इस शुभ अवसर पर भक्तगण प्रातः काल से भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा कर रहे हैं। साथ ही मंदिरों में भगवान शिव का अभिषेक किया जा रहा है। साधक मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए व्रत भी रख रहे हैं। धर्मिक मत है कि शुक्र प्रदोष व्रत करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। शुक्र प्रदोष व्रत पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा करने से अमोघ फल की प्राप्ति होगी। आइए, पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांगवैदिक पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 13 दिसंबर को संध्याकाल 07 बजकर 40 मिनट तक है। इसक बाद चतुर्दशी तिथि शुरू होगी। इस वर्ष 15 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाएगी।ज्योतिषियों की मानें तो मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के शुभ अवसर पर शिव योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का संयोग 11 बजकर 54 मिनट तक है। इसके बाद सिद्ध योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही रवि योग का भी संयोग शुक्र प्रदोष व्रत पर है। शुक्र प्रदोष व्रत पर शिववास योग का भी निर्माण हो रहा है। इन योग में भगवान शिव की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।चंद्रोदय- दोपहर 03 बजकर 26 मिनट पर
चंद्रास्त- देर रात 05 बजकर 54 मिनट पर (14 दिसंबर)
शुभ समय (Today Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05 बजकर 16 मिनट से 06 बजकर 11 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 59 मिनट से 02 बजकर 40 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 23 मिनट से 05 बजकर 51 मिनट तक
निशिता मुहूर्त- रात 11 बजकर 48 मिनट से 12 बजकर 43 मिनट तक
अशुभ समय

राहुकाल – सुबह 10 बजकर 58 मिनट से 12 बजकर 15 मिनट तक
गुलिक काल – सुबह 08 बजकर 23 मिनट से 09 बजकर 40 मिनट तक
दिशा शूल – पश्चिम

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