
इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस बड़े ही उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह विशेष दिन डॉ. एस.आर. रंगनाथन, जिन्हें भारत में पुस्तकालय विज्ञान का जनक कहा जाता है, की स्मृति में समर्पित है। उनके अमूल्य योगदानों ने भारत में आधुनिक पुस्तकालय प्रणाली की नींव रखी। इस अवसर पर श्री येंगखोम रोनाल्ड, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष के कुशल संयोजन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कहानी वाचन और तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता जैसी रोचक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इन प्रतियोगिताओं में बी.टेक CSE, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, बी.फार्मेसी, डी.फार्मेसी, MBA, B.Com, BBA, होटल मैनेजमेंट, B.Sc मैथ्स, B.Sc फिजिक्स तथा B.Sc केमिस्ट्री के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। कविता वाचन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान राहुल (B.Sc Maths), द्वितीय स्थान विशाल (B.Tech CSE) और तृतीय स्थान दीक्षा (B.Pharmacy) ने प्राप्त किया। कहानी वाचन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सिमरन (मैनेजमेंट) और इंशु (CSE), द्वितीय स्थान कृष्णा (B.Pharmacy), तथा तृतीय स्थान वंदना (मैनेजमेंट) को प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में डॉ. राम, डॉ. मनदीप और मनीषा मैम ने प्रतिभागियों का मूल्यांकन कर उन्हें प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किए, जिससे कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ गई। कार्यक्रम का संचालन मोहन सिंह सर ने प्रभावशाली ढंग से किया, वहीं जतिन सर ने उत्कृष्ट फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी द्वारा इस आयोजन को यादगार बना दिया। डॉ. खान ने अपने प्रेरणादायक भाषण में पुस्तकालयों और ज्ञान के महत्व को रेखांकित करते हुए सभी को प्रेरित किया। इस अवसर पर माननीय कुलपति डॉ. संजय कुमार बहल एवं रजिस्ट्रार डॉ. जगदेव सिंह राणा की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिन्होंने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें मेहनत व लगन से सफलता पाने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के अंत में श्री येंगखोम रोनाल्ड ने कहा, “इस राष्ट्रीय पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस के अवसर पर हम डॉ. एस.आर. रंगनाथन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और यह संकल्प लेते हैं कि हमारा पुस्तकालय छात्रों की सफलता की दिशा में प्रेरणास्रोत बना रहेगा।” यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं, बल्कि ज्ञान, अभिव्यक्ति और सफलता की ओर प्रेरित करने वाली एक सशक्त पहल थी।