
इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय औषधि निगरानी सप्ताह (National Pharmacovigilance Week) का भव्य आयोजन बड़े उत्साह और जागरूकता के साथ संपन्न हुआ। इस विशेष अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों ने मिलकर अनेक शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लिया, जिनका उद्देश्य दवा सुरक्षा, दुष्प्रभावों की रिपोर्टिंग और फार्माकोविजिलेंस के महत्व को उजागर करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत क्विज़ प्रतियोगिता, चार्ट निर्माण और मौखिक प्रस्तुतियों से हुई, जहाँ विद्यार्थियों ने अपने ज्ञान और रचनात्मकता का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस अवसर पर आयोजित विशेष व्याख्यान में श्रीमती अमनदीप कौर ने अपने विचार रखते हुए औषधि निगरानी के व्यावहारिक पहलुओं को सरल भाषा में समझाया और विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में सजग भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम की गरिमा को और अधिक बढ़ाया इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के माननीय कुलपति डॉ. संजय कुमार बहल और कुलसचिव डॉ. जगदेव सिंह राणा की उपस्थिति ने। अपने संबोधन में डॉ. बहल ने कहा कि फार्माकोविजिलेंस केवल एक तकनीकी प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक नैतिक दायित्व है, जो लाखों लोगों के जीवन को सुरक्षित रखने में सहायक है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे अपने पेशेवर जीवन में सजगता और संवेदनशीलता को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। डॉ. जगदेव सिंह राणा ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों में सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को प्रबल करते हैं और उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने समां बांध दिया। संगीत, नृत्य और लघु नाटकों के माध्यम से स्वास्थ्य जागरूकता और औषधि सुरक्षा जैसे गंभीर विषयों को अत्यंत प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया गया। समारोह का समापन श्री मोहन जी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी प्रतिभागियों, अतिथियों, आयोजकों और विश्वविद्यालय प्रशासन का हृदय से आभार व्यक्त किया।
यह आयोजन केवल एक शैक्षणिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जन-जागरूकता अभियान था — जो सुरक्षित औषधि उपयोग और सामाजिक स्वास्थ्य की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल बनकर उभरा।