आज का पंचांग, 28 सितंबर 2024: इंदिरा एकादशी का व्रत आज शनिवार को है. आज अश्विन कृष्ण एकादशी तिथि, अश्लेषा नक्षत्र, सिद्ध योग, बालव करण, पूर्व का दिशाशूल और कर्क राशि में चंद्रमा है. इंदिरा एकादशी व्रत रखने से पितरों को मुक्ति मिलती है और वे स्वर्ग में स्थान पाते हैं. जो लोग ये व्रत रखते हैं, वे भी मृत्यु के बाद स्वर्ग में स्थान प्राप्त होता है. इंदिरा एकादशी का व्रत सभी पाप और दोषों को नष्ट करने वाला है. राजा इंद्रसेन ने विधि विधान से इंदिरा एकादशी का व्रत और विष्णु पूजा करके अपने पिता को यमलोक से मुक्ति दिलाई थी. इंदिरा एकादशी व्रत की पूजा आप सूर्योदय के बाद से कर सकते हैं, उस समय सिद्ध योग बना रहेगा. इस व्रत का पारण कल रविवार को सूर्योदय के बाद होगा.
आज एकादशी के साथ शनिवार का व्रत भी है. शनिवार व्रत रखकर शनि देव की पूजा करने से कष्टों से मुक्ति मिलती है. शनि देव की कृपा से साढ़ेसाती और ढैय्या का दुष्प्रभाव दूर होता है. शनिवार को आप शनि मंदिर में जाकर छाया दान करें. इसके लिए आप एक कटोरे में सरसों का तेल रख लें और उसमें अपना चेहरा देखें. उसके बाद उसे तेल को पात्र के साथ दान कर दें. इससे भी शनि दोष से राहत मिलती है. शनिवार को शमी के पेड़ की पूजा करने और उसके नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से भी लाभ हो सकता है. शमी शनि देव का प्रिय पेड़ माना जाता है. पूजा के समय शमी के फूल भी शनि देव को अर्पित कर सकते हैं. वैदिक पंचांग से जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, राहुकाल, दिशाशूल आदि.
आज का पंचांग, 28 सितंबर 2024
आज की तिथि- एकादशी – 02:49 पी एम तक, फिर द्वादशी
आज का नक्षत्र- अश्लेषा – 03:38 ए एम, 29 सितम्बर तक, उसके बाद मघा
आज का करण- बालव – 02:49 पी एम तक, कौलव – 03:45 ए एम, 29 सितम्बर तक, फिर तैतिल
आज का योग- सिद्ध – 11:51 पी एम तक, उसके बाद साध्य
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का दिन- शनिवार
चंद्र राशि- कर्क – 03:38 ए एम, 29 सितम्बर तक, उसके बाद सिंह राशि में
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:13 ए एम
सूर्यास्त- 06:10 पी एम
चन्द्रोदय- 03:00 ए एम, 29 सितम्बर
चन्द्रास्त- 04:02 पी एम
इंदिरा एकादशी व्रत 2024 मुहूर्त
पूजा का समय: सुबह 06:13 बजे से, सिद्ध योग में
व्रत का पारण: कल, रविवार सुबह 6:13 बजे से 8:36 बजे के बीच
आज का शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 04:36 ए एम से 05:24 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 11:47 ए एम से 12:35 पी एम
विजय मुहूर्त: 02:11 पी एम से 02:59 पी एम
अशुभ समय
राहुकाल- 09:12 ए एम से 10:42 ए एम
गुलिक काल- 06:13 ए एम से 07:42 ए एम
दिशाशूल- पूर्व
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
कैलाश पर – 02:49 पी एम तक, उसके बाद नन्दी पर
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