जालंधर:- मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नज़दीक लमांपिंड चौंक जालंधर में मां बगलामुखी जी के निमित्त निःशुल्क सामुहिक दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मदिंर परिसर में किया गया।
सर्व प्रथम ब्राह्मणो द्वारा मुख्य यजमान अरुण कुमार से विधिवत वैदिक रिती अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन, नवग्रह पूजन उपरांत हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई गई।
सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज जी ने दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित प्रभु भक्तों को गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों की शहादत को बहुत मार्मिक ढंग से समझाते हुए कहा कि विश्व इतिहास में बाल्यावस्था में शौर्य, साहस और दृढ़ता की ऐसी अद्वितीय अमर वीरगाथा कहीं और नहीं मिलती जिसमें, 6 और 8 वर्ष की आयु के छोटे साहिबजादों ने धर्म की रक्षा के लिए स्वयं को शहीद कर दिया। गुरु गोबिंद सिंह जी के दोनों साहिबजादों की यह शहादत धर्म रक्षा के लिए दी गई शहादत का अभूतपूर्व उदाहरण है। धर्म त्याग करने पर सब कुछ दिए जाने का प्रलोभन या इसे नहीं मानने पर अमानवीय यातनाएं झेलते हुए मृत्यु के विकल्प में से छोटे साहिबजादों ने शहीद हो जाने का ही संकल्प लिया। उन्हें चुनवा देने के लिए उठाई जा रही ‘खूनी दीवार’ के सामने निडर खड़े दोनो छोटे साहिबजादों ने जपुजी का पाठ करते हुए अपना सर्वस्व राष्ट्र, संस्कृति और धर्म हित समर्पित कर दिया।
नवजीत भारद्वाज जी ने कहा कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह का भारतीय इतिहास में विशेष महत्व है। इसे ‘शोक’ और ‘शौर्य का सप्ताह’ कहा जाता है। गुरु गोबिंद सिंह सिखों की गुरु परंपरा में दसवें गुरु हैं। उन्हें ‘सरबंस दानी’ की भी उपाधि दी गई है क्योंकि 21 दिसंबर से 27 दिसंबर के सात दिनों में गुरु गोबिंद सिंह ने अपने चार पुत्रों और माता को देश और धर्म के लिए समर्पित कर दिया था और इसके बाद भी उन्होंने दृढ़ता से कहा
*इन पूतन के सीस पर,वार दिए सुत चार।*
*चार मुए तो क्या हुआ जीवित कई हजार।।*
नवजीत भारद्वाज जी ने अर्थात् समझाते हुए कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों पुत्रों की शहादत ने भारत की तरुणायी में यह चेतना जगाने का काम किया कि राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए इस मातृभूमि पर हजारों पुत्र कुर्बान किए जा सकते हैं।
नवजीत भारद्वाज ने धाम में आयोजित होने वाले सम्पूर्ण फलदाई आलौकिक मासिक हवन यज्ञ जो की 29 दिसंबर रविवार सुबह 9 बजे से आरंभ होकर दोपहर 12 बजे तक होगा के उपलक्ष्य पर सभी भक्तजन से सपरिवार हवन यज्ञ में सम्मिलित होने का आवाह्न किया
इस अवसर पर समीर कपूर, मुनीष बलजिंदर सिंह, मनमोहन,अमरेंद्र कुमार शर्मा,रिंकू सैनी,रेखा, रोहित भाटिया,बावा खन्ना, विनोद खन्ना, नवीन, सुक्खा अमनदीप,अजीत कुमार, उदय सिंह, प्रशांत, सुभाष चंद्र , अवतार सैनी,गौरी केतन शर्मा,सौरभ ,मोहित राणा,सौरभ,सरोज बाला, मुकेश, नरेश, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह, अमन शर्मा,वरुण,विवेक शर्मा, नितिश, भोला शर्मा,गुलजार खोसला, अमृतपालसिंह,जानू थापर,अमित शर्मा, हंसराज,संदीप शर्मा, दीपक कुमार, अश्विनी शर्मा ,कुलविंदर सिंह मल्ल, बन्नी, रविंद्र, केशव गोयल, कनहैया ,लक्की ,रवि भल्ला, भोला , जगदीश,गौरव जोशी, प्रशांत,सौरभ मल्होत्रा,सुभाष डोगरा, ऋषभ कालिया, बंटी ,राकेश ,राबिन ,राजू,भानू, प्रिंस कुमार,कमल नैयर सहित भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।