
दिल्ली: जहां उत्तर भारत गलन और शीतलहर की गिरफ्त में है, वहीं देश का दक्षिणी हिस्सा तेज बरसात और तूफानी हालात से जूझ रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए साफ कर दिया है कि आने वाले कुछ दिन मौसम और भी करवट ले सकता है। कई राज्यों में ठंड और कोहरा बढ़ेगा, जबकि दक्षिण के तटीय क्षेत्रों में भारी वर्षा और तेज हवाएँ चुनौती बनने वाली हैं।हिमाचल और उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में ठंड अपने चरम पर पहुंच चुकी है। लाहौल–स्पीति, मनाली, रुद्रप्रयाग और कई ऊंचे पहाड़ों में तापमान शून्य से काफी नीचे जा चुका है। लगातार हो रही बर्फबारी ने सड़कें जाम कर दी हैं और सामान्य जीवन प्रभावित हो गया है। जम्मू-कश्मीर में 16 नवंबर से सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के चलते बादल छाए रहेंगे, साथ ही बारिश और हिमपात का दौर भी शुरू हो सकता है।पूर्वी उत्तर प्रदेश में पछुआ हवा ने रातों में ठंड का असर कई गुना बढ़ा दिया है। यहां न्यूनतम तापमान अगले 3–4 दिनों में 3 डिग्री तक नीचे जाने की संभावना है। बिहार में सुबह-शाम कोहरा दिखाई देने लगा है। पटना, भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों में दिन की धूप सामान्य है, लेकिन रातें तेजी से ठंडी हो चुकी हैं। दिसंबर में पश्चिमी विक्षोभ बढ़ने पर ठंड और बढ़ सकती है।