अब्बास बंदरगाह : ईरान ने होरमुज़ की खाड़ी में ब्रिटेन के एक तेल टैंकर को क़ब्ज़े में ले लिया है. ब्रितानी विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने कहा है कि अगर ईरान ने ब्रिटेन में पंजीकृत तेल टैंकर को तुरंत नहीं छोड़ा तो इसके गंभीर परिणाम होंगे. इसी बीच ब्रिटेन ने होरमुज़ खाड़ी क्षेत्र से गुजरने वाले ब्रितानी जहाज़ों से सावधानी बरतने के लिए कहा है. स्टेना इम्पेरो नाम के इस तेल टैंकर के मालिकों का कहना है कि वो अपने जहाज़ से संपर्क नहीं कर सके हैं, इस पर कुल 23 लोग सवार थे और अब ये ईरान की ओर बढ़ रहा है. लाइबेरिया में पंजीकृत एक अन्य ब्रितानी तेल टैंकर पर भी हथियारबंद गार्ड सवार हुए थे लेकिन अब ये जहाज़ यात्रा जारी रखने के लिए स्वतंत्र है. द मेस्डार नाम के इस जहाज़ को संचालित करने वाली ग्लासगो स्थित कंपनी नोर्बुल्क शिपिंग का कहना है कि जहाज़ के साथ फिर से संपर्क स्थापित हो गया है.इस जहाज़ पर ब्रितानी समयानुसार बीती शाम 5.30 बजे हथियारबंद गार्ड सवार हो गए थे.
ब्रिटेन ने जताई चिंता
ब्रितानी विदेश मंत्री के मुताबिक जब मेस्डार को दस स्पीडबोट ने घेराबंदी में लिया तब उस पर 25 चालक दल के सदस्य सवार थे.
इस घटनाक्रम पर चर्चा के लिए ब्रितानी सरकार की आपातकाल समिति, कोबरा, ने शुक्रवार को दो बार आपात बैठक की. सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ईरान की इस अस्वीकार्य कार्रवाई को लेकर चिंतित है और इससे आवागमन की अंतरराष्ट्रीय स्वतंत्रता को स्पष्ट चुनौती पैदा हुई है.”हमने कुछ समय के लिए ब्रितानी जहाज़ों से इस क्षेत्र में न जाने के लिए कहा है.” वहीं विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने कहा, “जहाज़ों को ज़ब्त करना पूरी तरह अस्वीकार्य है और नेविगेशन की स्वतंत्रता को बरकरार रखा जाना चाहिए.” उन्होंने कहा, “हम इस बात को लेकर बिलकुल स्पष्ट हैं कि अगर स्थिति को तुरंत नहीं सुधारा गया तो इसके बेहद गंभीर परिणाम होंगे.” “इस परिस्थिति को सुलझाने के लिए हमारे पास सैन्य विकल्प भी है. हम राजनयिक तरीके पर भी विचार कर रहे. लेकिन हम बिलकुल स्पष्ट हैं कि इसका समाधान होना ही चाहिए.”विदेश मंत्री के मुताबिक दोनों जहाज़ों के चालक दल में कोई ब्रितानी नागरिक नहीं है और इनमें कई अन्य देशों के लोग शामिल हैं.
ईरान ने क्या कहा?
वहीं ईरानी मीडिया के मुताबिक तेल टैंकर स्टेना इम्पेरो को ईरान के रिवोल्यूश्नरी गार्ड ने ज़ब्त किया है.
ईरान की समाचार सेवा तसनीम की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के बंदरगाहों और समंदर मामलों की संस्था ने कहा, “हमें रिपोर्ट मिलीं थीं कि ब्रितानी तेल टैंकर स्टेना इम्पेरो कुछ समस्याएं कर रहा है तो हमने सेना से उसे बंदर अब्बास बंदरगाह तक लाने के लिए कहा था ताकि जांच की जा सके.” तसनीम की रिपोर्ट के मुताबिक इस टैंकर को तीन नियम तोड़ने की वजह से ज़ब्त किया गया है. ये हैं- जीपीएस बंद करना, होरमुज़ की खाड़ी के प्रवेश की जगह बाहर जाने के रास्ते से जाना और चेतावनी को नज़रअंदाज़ करना.ईरान की ओर से हमले की आशंका की वजह से ब्रिटेन ने बढ़ाई खाड़ी में अपने टैंकरों की सुरक्षा ये घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब पहले से ही अमरीका, ब्रिटेन और ईरान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है. इसी महीने ब्रितानी बलों ने ज़िब्राल्टर में एक ईरानी तेल टैंकर को यूरोपीय नियम तोड़ने के आरोप में ज़ब्त कर लिया था. ब्रिटेन को शक है कि चार जुलाई को ज़ब्त किया गया ग्रेस 1 नाम का ये टैंकर नियमों का उल्लंघन कर सीरिया के लिए तेल ले जा रहा था. ईरान ने चेतावनी दी थी कि इसके बदले वो ब्रितानी टैंकरों को क़ब्ज़े में लेगा.