एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर के विद्यार्थीयों को जहां एक तरफ सर्वांगीण विकास के लिए प्रोत्साहित एवं प्रेरित किया जाता है वहां कॉलेज के प्राध्यापक भी अपने क्षेत्र विशेष में विकास में संलग्न रहते हैं और नित नयी बुलंदियों का स्पर्श करते रहते हैं। इसी श्रृंखला में कॉलेज के स्कल्पचर विभाग के प्राध्यापक डॉ मोहिन्दर कुमार मस्ताना को के.टी कला (कौसा ट्रस्ट अमृतसर) पंजाब प्रदेश में लगाई गई प्रदर्शनी में पंजाब प्रदेश अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस प्रदर्शनी में पंजाब भर से चित्रकला, मूर्तिकला, फोटोग्राफी, डिजिटल कला शामिल की गई थी जिसमें 400 से अधिक कलाकृतियां प्राप्त हुई थी जिनमें से 160 कलाकृतियों को प्रदर्शनी में शामिल किया गया और उनमें से श्रेष्ठ 10 विशेष कलाकारों की कलाकृतियों का चयन करते हुए उनको पंजाब प्रदेश अवार्ड से सम्मानित करते हुए नगद राशि भी प्रदान की गई। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन पदम श्री हरमोहिन्द्र सिंह बेदी चांसलर केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश ने किया। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने डॉ मोहिंद्र कुमार मस्ताना को बधाई देते हुए कहा कि वे निरंतर मूर्ति कला के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित करते रहे। उन्होंने कहा कि एपीजे एजुकेशन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ सत्यपाॅल जी एवं एपीजे एजुकेशन एवं एपीजे सत्या एंड स्वर्ण ग्रुप की अध्यक्ष तथा एपीजे सत्या यूनिवर्सिटी की चांसलर श्रीमती सुषमा पाल बर्लिया का उद्देश्य भी एपीजे एजूकेशन के निर्देशन में चलने वाली शिक्षण संस्थाओं द्वारा ललित कलाओं का संरक्षण एवं विकास करते हुए उसे जन-मन तक पहुंचाना है। डॉ ढींगरा ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अभी कुछ दिन पहले डॉ मस्ताना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली ‘जहांगीर आर्ट गैलरी’ मुंबई में भी अपनी प्रदर्शनी लगाकर आए हैं। वहां भी उनकी मूर्ति कला की काफी प्रशंसा हुई इस गैलरी में प्रदर्शनी लगाने के लिए लगभग 8 साल पहले ही अप्लाई करना पड़ता है।
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