
एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, जालंधर के एनएसएस विंग के विद्यार्थियों ने में पंजाब सरकार की दूरदर्शी पहल के तहत ‘अंतर्राष्ट्रीय योग-दिवस’ के उपलक्ष्य पर आयोजित ‘सीएम दी योगशाला’ कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह शामिल हुए, जिन्होंने समग्र स्वास्थ्य के लिए दैनिक दिनचर्या में योग को शामिल करने के महत्त्व पर ज़ोर दिया। अपने संबोधन में डॉ. सिंह ने युवाओं में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।पंजाब भर के कई स्कूलों और कॉलेजों के छात्र बड़ी लग्न और ऊर्जा के साथ योगासन की एक विस्तृत श्रृंखला का प्रदर्शन करने के लिए एक साथ आए। इस कार्यक्रम ने युवाओं में स्वास्थ्य, अनुशासन और तंदुरुस्ती के प्रति बढ़ती जागरूकता को दर्शाया।सभी प्रतिभागियों को जलपान, योग मैट और टी-शर्ट प्रदान किए गए और उनकी सक्रिय भागीदारी को मान्यता देने के लिए भागीदारी के प्रमाण पत्र दिए गए। इस अवसर पर अपने विचार सांझा करते हुए प्रिंसिपल डॉ. नीरजा ढींगरा ने कहा: “सीएम की योगशाला में हमारे छात्रों की भागीदारी संतुलित और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति उनकी बढ़ती जागरूकता और प्रतिबद्धता का प्रमाण है। योग केवल एक व्यायाम नहीं है – यह आंतरिक शांति, अनुशासन और सचेत जीवन जीने का दर्शन है। मुझे एपीजे के मूल्यों को बनाए रखने और इस तरह की नेक पहल में योगदान देने के लिए हमारी एनएसएस टीम पर गर्व है।” यह कार्यक्रम भारत की समृद्ध योग विरासत और आधुनिक जीवन में इसकी प्रासंगिकता की एक शक्तिशाली याद दिलाता है। एपीजे छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी निश्चित रूप से हमारे बाकी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। डॉ ढींगरा ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के लिए एनएसएस विंग की डीन डॉ सिम्की देव के प्रयासों की भरपूर सराहना की। सीएम दी योगशाला में कॉलेज के विद्यार्थियों के साथ-साथ कॉलेज की टीचर्स ने भी प्रतिभागिता की।