
एपीजे स्कूल, टांडा रोड, जालंधर में स्कूल के पूज्य संस्थापक डॉ. सत्या पॉल जी की जयंती मनाने हेतु संस्थापक दिवस बड़े ही श्रद्धा और कृतज्ञता से मनाया गया। यह दिन डॉ. सत्या पॉल जैसे दूरदर्शी शिक्षाविद् के प्रति गंभीरता, प्रेरणा और हार्दिक श्रद्धांजलि से चिह्नित था, जिनके आदर्श एपीजे समुदाय का मार्गदर्शन करते हैं।
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ, जिसके बाद श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया जिसके अंतर्गत शिक्षकों, अभिभावकों और प्रीफेक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने पूज्य संस्थापक डॉ. सत्या पॉल जी को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने नृत्य शिक्षिका, श्रीमती शिखा के साथ मिलकर डॉ. सत्या पॉल जी की याद में भावपूर्ण भजन गाए, जिससे वातावरण भक्ति से भर गया।
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए स्कूल की हेड गर्ल ने “सोरिंग हाई इज़ माय नेचर” विषय पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसमें एपीजे शिक्षा के मार्गदर्शक दर्शन को खूबसूरती से दर्शाया गया। डॉ. सत्या पॉल जी के जीवन और उपलब्धियों पर एक वीडियो भी प्रस्तुत की गई जिसमें उनकी दूरदर्शी यात्रा और स्थायी विरासत के बारे में सभी को और अधिक जागरूक किया।
इस अवसर पर श्रीमती सिमरनजीत कौर ने सभा को संबोधित करते हुए एपीजे एजुकेशन अध्यक्ष श्रीमती सुषमा पॉल बर्लिया का प्रेरणादायक संदेश पढ़ा, जिसमें छात्रों को मानवीय मूल्यों को बनाए रखने और उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। समारोहमें एक अभिनंदन समारोह भी शामिल था जिसमें नैतिक व मानवीय मूल्यों और करुणा का अनुकरण करने के लिए कक्षा सातवीं के दो विद्यार्थियों आहाना दुग्गल और अगम सिंह वाहिद को डॉ. सत्या पॉल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके बाद एक संक्षिप्त सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ जिसमें कक्षा दूसरी की छात्रा हृदया शर्मा और कक्षा तीसरी की छात्रा शिवन्या दुबे द्वारा मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियों ने समारोह में जीवंतता जोड़ दी।
समारोह का समापन श्रीमती सोनिया ढल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने उपस्थित सभी लोगों के प्रति हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त की। इसके पश्चात राष्ट्रीय गान हुआ, जिसने गर्व और एकता की भावना जगाई।
यह दिन डॉ. सत्या पॉल जी के शाश्वत मूल्यों और शिक्षा को व्यक्तियों को सशक्त बनाने और समाज को बदलने के साधन के रूप में उनके अटूट विश्वास की एक गहन याद दिला गया। डॉ. सत्या पॉल जी एपीजे एजुकेशन सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष थे, जो एक प्रख्यात उद्योगपति, शिक्षाविद्, परोपकारी और स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने देश के औद्योगिक और शैक्षिक परिदृश्य में गुणवत्ता और उत्कृष्टता के लिए एपीजे समूह की नींव रखी।