
चंडीगढ़/ फरीदकोट, 4 जुलाईः
पंजाब सरकार की भ्रष्टाचार के विरुद्ध ज़ीरो – सहनशीलता नीति की दृढ़ता से पालना करते हुये डिप्टी सुपरडैंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) क्राइम अगेंस्ट वूमैन (सी. ए. डब्ल्यू.) फरीदकोट राजनपाल को सीनियर सुपरडैंट आफ पुलिस (एसएसपी) फरीदकोट दफ़्तर को रिश्वत देने की कोशिश के दोष के अंतर्गत निलंबित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले, एसएसपी फरीदकोट को डीएसपी राजनपाल के विरुद्ध शिकायत मिली थी, जिसमें पीड़ित पक्ष ने उस पर विवाह सम्बन्धी झगड़े को सुलझाने के लिए पैसे लेने का दोष लगाया था और डीएसपी के विरुद्ध कार्यवाही की माँग की थी।
इस सम्बन्धी विवरण सांझे करते हुये पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि दोषी डीएसपी राजनपाल ने अपने विरुद्ध दर्ज शिकायत का निपटारा करने के लिए एसएसपी दफ़्तर को 1 लाख रुपए की रिश्वत देने की कोशिश की।
प्रवक्ता ने कहा कि फरीदकोट पुलिस ने दोषी डीएसपी के विरुद्ध तुरंत और सख़्त कार्यवाही करते हुए आपराधिक मामला दर्ज करके उसको गिरफ़्तार कर लिया है। प्रवक्ता ने आगे कहा कि दोषी अधिकारी के विरुद्ध पंजाब सिवल सेवा नियमों के अनुसार सख़्त विभागीय कार्यवाही शुरू की जायेगी।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पंजाब सरकार पुलिस फोर्स में इमानदारी और जवाबदेही के उच्च मानकों को बनाई रखने के लिए वचनबद्ध है। भ्रष्ट अभ्यासों में शामिल पाये जाने वाले किसी भी अधिकारी के विरुद्ध सख़्त कानूनी और अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी’’।
इस सम्बन्ध में पुलिस थाना सिटी फरीदकोट में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 और 8 के अंतर्गत एफआईआर नंबर 289 तारीख़ 04/ 07/ 2025 को केस दर्ज किया गया है।