पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू किक्रेटर, कमेंटेटर के बाद अब क्लर्क बन गए हैं। 34 साल पुराने रोड रेज मामले में पटियाला की सेंट्रल जेल में बंद सिद्धू को पटियाला जेल के दफ्तर का क्लरिकल काम सौंपा गया है। जेल में सुरक्षा के लिहाज से सिद्धू के लिए यह फैसला लिया गया है। खास बात यह है कि भले ही सुप्रीम कोर्ट की ओर से सिद्धू को एक वर्ष के लिए सश्रम कैद की सजा सुनाई गई है लेकिन जेल विभाग ने उनसे पूरी सजा के दौरान क्लरिकल काम लेने का ही फैसला लिया है। जेल अधीक्षक मनजीत सिंह टिवाणा ने कहा कि सिद्धू पढ़े-लिखे तो हैं ही और साथ ही जेल में उनकी सुरक्षा को लेकर किसी तरह का कोई खतरा मोल नहीं लिया जा सकता है। इसलिए यह फैसला लिया गया है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के सजा सुनाने के बाद सिद्धू ने 20 मई को पटियाला की अदालत में आत्मसमर्पण किया था। तब से वह पटियाला जेल की बैरक नंबर 10 में बंद हैं।

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