जालंधर : कृषि और किसान कल्याण विभाग ने मंगलवार को मंड गाँव के सरकारी सीनियर सेकैंडरी स्कूल में एक जागरूकता सैमिनार का आयोजन किया और स्टबल बर्निंग के खिलाफ किसानों और छात्रों को जागरूक किया।
मुख्य कृषि अधिकारी डा नाज़र सिंह, तहसीलदार जालंधर -2 श्री शीश पाल, स्कूल के प्रिंसीपल श्री भूपिंदर सिंह ने सभा को संबोधित किया और पराली को आग लगाने से होने वाली हानिकारक गैसों के बारे में जागरूक किया।
उन्होंने साफ वातावरण के लिए अपने इलाके में एंटी-स्टबन बर्निंग अभियान को प्रसारित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार श्री गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाशोत्सव को बड़े पैमाने पर मना रही है, यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम पराली को न
उन्होंने कहा कि छात्र अपने माता-पिता को पराली को न जलाने के लिए प्रेरित करे और इसे जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में अपने आसपास के सभी लोगों को शिक्षित करें। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली जलाने के जगह धान के प्रबंधन के लिए उच्च तकनीक वाली मशीनरी का प्रयोग करे जिस पर सरकार उन्हें सब्सिडी दे रही है।
उन्होंने किसानों को इन-सीटू प्रबंधन को अपनाने के लिए कहा जो मिटी की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाता है, जिससे किसानों को काफी फायदा होता है।
इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारी डा बलकार चंद, डा सुरजीत सिंह, डा बलजिंदर भुल्लर, डा करन चिब, डा दानिश, डा विक्रम सूद और अन्य लोगों ने भी स्टबन बर्निंग के दुष्प्रभाव के बारे में बताया।