जालंधर : जन्माष्टमी कर्म-कर्तव्य, भक्ति-प्रेम और धर्म की विजय का प्रतीक है। इस दिन भगवान कृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल की पूजा करना अत्यंत ही शुभ होता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति के दुखों का अंत और जीवन को नई दिशा प्राप्त होती हैं। शास्त्रों में जन्माष्टमी के पर्व की महत्ता और उससे मिलने वाले लाभ का उल्लेख है। कहते हैं कि इस दिन सच्चे भाव से निर्जला व्रत रखने से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है।इस वर्ष 16 अगस्त 2025 को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। यह भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है, जो कृष्ण जन्मोत्सव के रूप में जानी जाती है। इस उपलक्ष्य में देशभर के मंदिरों व धार्मिक स्थलों पर लड्डू गोपाल की भव्य पूजा की जाती है। साथ ही प्रभु को प्रसन्न करने के लिए जगह-जगह भजन-कीर्तन, यात्राएं और झांकियां निकाली जाती है। परंतु पर्व की खास रौनक मथुरा-वृंदावन में देखने को मिलती है। यहां मध्यरात्रि कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर नंदलाला का महाभिषेक किया जाता है
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