कन्या महा विद्यालया (स्वायत्त), फिजिक्स शिक्षा और शोध में उत्कृष्टता को और अधिक बढ़ावा देने के उद्देश्य से, पीजी विभाग फिजिक्स ने बी.एससी. (ऑनर्स) फिजिक्स, एम.एससी. (एफवाईआईपी) (फिजिक्स) और एम.एससी. फिजिक्स प्रोग्राम्स के लिए दर्शन एवं अरुण वर्शनेया स्टाइपेंड्स फॉर एक्सीलेंस इन ग्लास साइंस के तहत आवेदन आमंत्रित किए हैं। ये स्टाइपेंड्स मेधावी विद्यार्थियों को सहायता प्रदान करने और मटीरियल साइंस के एक उभरते हुए क्षेत्र में उच्च अध्ययन के लिए प्रोत्साहित करने हेतु बनाए गए हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए प्राचार्या प्रोफेसर डॉ. अतीमा शर्मा द्विवेदी ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत प्रथम 15 छात्रों को उदार वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
प्रथम पांच छात्रों को 100% ट्यूशन फीस माफ की जाएगी,
अगले पांच छात्रों को 50% की छूट मिलेगी,
और अगले पांच छात्रों को 25% की छूट प्रदान की जाएगी।
यह पहल अकादमिक योग्यता को पहचान देने और उच्च गुणवत्ता वाली फिजिक्स शिक्षा को अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही, इस योजना के अंतर्गत नामांकित सभी छात्रों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलनों में भाग लेने के लिए पूरी तरह से वित्त पोषित यात्रा का अवसर भी मिलेगा, जिससे उन्हें वैश्विक शोध समुदाय से जुड़ने और अनुभव प्राप्त करने का बेहतरीन मौका मिलेगा। प्रो. द्विवेदी ने आगे कहा कि केएमवी का फिजिक्स विभाग अकादमिक उत्कृष्टता, वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार में लगातार नए मानदंड स्थापित कर रहा है। ग्लास साइंस के क्षेत्र में विभाग का योगदान और युवा शोधकर्ताओं को सशक्त बनाने की दिशा में किया गया कार्य अत्यंत सराहनीय है। केएमवी को गर्व है कि उसका यह विभाग महिला छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करने और संस्था को वैश्विक अकादमिक मानचित्र पर प्रतिष्ठित स्थान दिलाने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इन उपलब्धियों से यह सिद्ध होता है कि केएमवी एक ऐसी पीढ़ी को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो ज्ञान, रचनात्मकता और आत्मविश्वास के साथ वैश्विक वैज्ञानिक मंच पर नेतृत्व करने के लिए सुसज्जित हो। गतिशील फैकल्टी और सक्रिय शोध संस्कृति के साथ यह विभाग विशेष रूप से ग्लास साइंस के क्षेत्र में उत्कृष्टता का केंद्र बनकर उभरा है। यह उल्लेखनीय है कि केएमवी का फिजिक्स विभाग एफआईएसटी-डीएसटी, क्यूरी और डीबीटी जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय अनुदानों से समर्थित है और पंजाब का एकमात्र अन्वेषिका केंद्र भी यहीं स्थित है। यह केंद्र पद्मश्री प्रो. एच.सी. वर्मा की नेशनल अन्वेषिका नेटवर्क ऑफ इंडिया का हिस्सा है, जो फिजिक्स की व्यवहारिक शिक्षा और प्रयोगात्मक अधिगम का प्रमुख केंद्र है।

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