
जालंधर : भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के द्वारा छात्राओं
को प्रदान की जाती इनोवेशन पर आधारित प्रगतिशील शिक्षा की राष्ट्रीय अन्वेषिका
कोऑर्डिनेटरस मीट में भरपूर सराहना हुई. इस मीट में कन्या महाविद्यालय के फिज़िक्स
विभाग की अध्यक्षा डॉ. नीतू वर्मा ने पद्मश्री प्रो. एच.सी. वर्मा के नेतृत्व में नानी पहल के
तहत राष्ट्रीय अन्वेषिका कोऑर्डिनेटरस मीट में पंजाब का प्रतिनिधित्व अन्वेषिका कोऑर्डिनेटर
के रूप में किया. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, हमीरपुर में आयोजित हुए इस
सम्मेलन में भारत के विभिन्न राज्यों से 30 अन्वेषिका कोऑर्डिनेटरस ने भाग लिया.
सम्मेलन के दौरान डॉ. नीतू ने अन्वेषिका नेटवर्क के तहत कन्या महा विद्यालय की पहलों
को साझा किया, जिसका उद्देश्य फिज़िक्स के विद्यार्थियों में शिक्षण और सीखने की
प्रभावशीलता को बढ़ाना है. सरल और प्रभावशाली तरीके से इलेक्ट्रॉनिक्स को पढ़ाने के लिए
ब्रेडबोर्ड का उपयोग करके उनके अभिनव प्रयोगों की सभी प्रतिभागियों और नानी
कोऑर्डिनेटर, प्रो. एच.सी. वर्मा ने प्रशंसा की. उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में
निदेशक प्रो. सूर्यवंशी और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. एचसी वर्मा उपस्थित थे. कार्यक्रम
के दौरान, अन्वेषिका कोऑर्डिनेटरस को लेप्टन कार्यक्रम, एन.ए.ई.एस.टी. और भारत भर में
छात्रों के बीच विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए अन्य जागरूकता
कार्यक्रमों जैसे विभिन्न पहलों के बारे में बताया गया. विभिन्न राज्यों के समन्वयकों ने
अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और अभिनव प्रयोगों का प्रदर्शन किया, जिसने प्रतिभागियों
को प्रेरित और उत्साहित किया. समापन सत्र का समापन मुख्य अतिथि, आई.ए.पी.टी. के
अध्यक्ष प्रो. अहलूवालिया ने किया, जिन्होंने शिक्षा में हाल के रुझानों, विशेष रूप से
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल करने पर चर्चा करके कोऑर्डिनेटरस को प्रोत्साहित
किया. प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने डॉ. नीतू वर्मा को उनके उत्कृष्ट प्रतिनिधित्व
और मीट में योगदान के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि हमें अन्वेषिका केंद्र के रूप में
नामित होने पर बहुत गर्व है, और यह मान्यता उच्च गुणवत्ता वाली विज्ञान शिक्षा प्रदान
करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है.