भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर हमेशा प्राध्यापकों एवं छात्राओं में गुणवत्ता पर आधारित शोध के माध्यम से बौद्धिक आधार विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। अपने प्राध्यापकों एवं छात्राओं में शोध को बढ़ावा देने की एक अन्य पहल में कन्या महाविद्यालय के द्वारा शोधकर्ताओं को 660000 रुपये की प्रारंभिक राशि स्वीकृत की गई। कॉलेज के रिसर्च सेल की ओर से सभी विभागों से प्रस्ताव आमंत्रित किए जिन की प्रस्तुति रिसर्च बोर्ड के सामने एक बैठक में प्रस्तुत की गई। प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी की अध्यक्षता में आयोजित हुई इस मीटिंग के दौरान फिज़िक्स विभाग, केमिस्ट्री विभाग, बायोटेक्नोलॉजी विभाग, जूलॉजी विभाग, गणित विभाग, संगीत विभाग, साइकोलॉजी विभाग, बॉटनी विभाग आदि के द्वारा रिसर्च बोर्ड को प्रस्तुति दी गई। इन प्रस्तुतियों के बाद, बोर्ड ने शोधकर्ताओं को बहुमूल्य सुझाव दिए और छह विभागों के प्रस्तावों को शॉर्टलिस्ट किया गया। इनमें से दो रिसर्च प्रोजेक्ट्स फिज़िक्स विभाग को, तीन रिसर्च प्रोजेक्ट्स केमिस्ट्री विभाग को और एक रिसर्च प्रोजेक्ट बायोटेक्नोलॉजी विभाग को आवंटित किया गया। मैडम प्रिंसिपल ने के.एम.वी. के रिसर्च सेल और सभी विभागों के प्रयासों की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने प्राध्यापकों को छात्राओं को एडवांस रिसर्च में शामिल करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि इन शोध गतिविधियों में प्राध्यापकों की भागीदारी उनके ज्ञान में वृद्धि करेगी वहीं साथ ही और उन्हें अपने विषय के बारे में अपडेट भी मिलेगा जिससे छात्राएं भी लाभान्वित हो सकेंगी।
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