जालंधर (नितिन):भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के पोस्ट ग्रेजुएट
डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा लाइफ स्किल्स विषय पर एक
दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन करवाया गया. इस वर्कशॉप में डॉ. मंजीत सिंह, प्रोफेसर और
अध्यक्ष, यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ एप्लाइड मैनेजमेंट, पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला ने बतौर
स्रोत वक्ता शिरकत की. मुकाबले के इस युग में रोज़गार योग्य बनने के लिए ज़रूरी हुनर
को जानने और पहचानने में छात्राओं का मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से आयोजित इस इस
वर्कशॉप के दौरान डॉ. सिंह ने छात्राओं को एक जीवंत और प्रगतिशील दिमाग और दृष्टिकोण
रखने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि वह इसके अनुसार प्रयासरत रहते हुए बदलाव को
अपनाने या इसके अनुकूलन करने के लिए तैयार रहें. उन्होंने कहा कि दुनिया अस्पष्टता से
भरी है और केवल सॉफ्ट स्किल ही हमें इस दुनिया का सामना करने में मदद करेगी. उन्होंने
एक सफल जीवन में जीवन कौशल के महत्व के बारे में बात की और सुनने, संचार,
सामूहिक बुद्धि और सहानुभूति के महत्व का भी वर्णन किया. इसके अलावा उन्होंने एक
गतिशील दुनिया में एक व्यक्ति से अपेक्षित कौशल की एक श्रृंखला पर चर्चा की जिसमें
संचार कौशल, कंप्यूटिंग कौशल और टीम क्षमता आदि शामिल हैं. प्रभावी टीमों की
विशेषताओं के बारे में बात करते हुए, उन्होंने विशिष्टता, सामान्य लक्ष्यों और उद्देश्यों,
अच्छे नेताओं, परिभाषित भूमिकाओं और जिम्मेदारियों, अच्छे संचार और आपसी विश्वास के
महत्व पर ज़ोर दिया और उदाहरण देकर अपनी बात अच्छी तरह से रखी। इसके अलावा
वर्कशॉप के अंत में उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों का बहुत ही सरल
तरीके से उत्तर दिया।विद्यालय के प्राचार्या प्रो. डॉ. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने शोध वक्ता के
प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को बुनियादी जीवन कौशल समझने में
मदद करने के लिए ऐसे आयोजन बेहद महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही उन्होंने इस सफल
आयोजन के लिए नीरज मैनी, अध्यक्षा कॉमर्स विभाग तथा समूह का अध्यापकों के द्वारा
किए गए प्रयासों की भी प्रशंसा की.

Disclaimer : यह खबर उदयदर्पण न्यूज़ को सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। उदयदर्पण न्यूज़ इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है। यदि इस खबर से किसी व्यक्ति अथवा वर्ग को आपत्ति है, तो वह हमें संपर्क कर सकते हैं।