फगवाड़ा 5 अगस्त (शिव कौड़ा) एस.एस. जैन सभा में चातुर्मास हेतु जैन स्थानक कटैहरा चौक में विराजमान श्रुत भारती पंजाब सिंहनी महासाध्वी स्वाति जी महाराज द्वारा रोजाना प्रात: 8 से 9.15 बजे तक प्रवचन हो रहे हैं। आज प्रात: महासाध्वी स्वाति जी महाराज ने प्रवचन करते हुए फरमाया कि क्रोध, अहंकार, माया व लोभ इन्सान को गिरावट की ओर ले जाते हैं। क्रोध जब आता है तो बुद्धि को भ्रष्ट कर देता है। क्रोध का अंत पश्चाताप पर समाप्त होता है। अहंकार भी इंसान के कर्मों का बन्ध करता है। माया यानि छल, कपट, धोखा करने वाला व्यक्ति तिर्युंच गति में जाता है। आज इंसान सोचता है कि मैं चाहे कितने ही बुरे कर्म कर लूं, मुझे कौन सा कोई देख रहा है पर दाता के दरबार में सबका खाता है। जो जैसी करनी करता है वैसा ही फल पाता है। इस दौरान सभा के चेयरमैन देवेन्द्र जैन, प्रधान सतीश जैन, सचिव उप प्रधान जिनेश जैन सहित अन्य गणमान्यों ने महासाध्वी जी के श्रीमुख से प्रवाहित प्रभु वाणी का श्रवण किया।
Disclaimer : यह खबर उदयदर्पण न्यूज़ को सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। उदयदर्पण न्यूज़ इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है। यदि इस खबर से किसी व्यक्ति अथवा वर्ग को आपत्ति है, तो वह हमें संपर्क कर सकते हैं।