
जालंधर: वोट बटोरने के लिए झाड़ू का चुनाव चिन्ह बनाया। यह शब्द आज प्रेस क्लब में प्रैस को सम्बोधित करते हुए वाल्मीकि कौम के संत और नेताओं ने कहा । इस अवसर पर मौज़ूद बाबा मलकीत नाथ धूना साहिब पावन वाल्मीकि तीर्थ अमृतसर, बाबा गिरधारी नाथ ज्ञान आश्रम पावन वाल्मीकि तीर्थ अमृतसर, धर्मदूत दर्शन ‘रत्न’ रावण वाल्मीकि उपवन सुभानपुर, वीर विपन सभ्रवाल चेयरमैन भगवान वाल्मीकि शक्ति आश्रम जालंधर, बाबा महानाथ संत अशोक लंकेश जी भगवान वाल्मीकि उत्सव कमेटी पंजाब जनरल सेक्रेटरी वीर जितेंद्र निका जी वाल्मीकि धर्म प्रचारक, वीरोत्तम विशन दास सहोता वाल्मीकि धर्म प्रचारक,वीर राजीव गोरा उप चेयरमैन भगवान वाल्मीकि आश्रम, यूथ प्रधान चेतन हांडा जी गुलजार खोसला जी वीर मनी सोंधी आनंद भैंस, रामन गिल अभी साबरवाल, चेतन नाहर, सामूहिक रूप से वाल्मीकि कौम के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की ।
आम आदमी पार्टी ने केवल झाड़ू नहीं उससे भी आगे बढ़ कर बाबा साहिब डॉ अम्बेडकर चित्र का इस्तेमाल अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए किया। इसकी बहुत सारी मिसाल है। सबसे शर्मनाक कि राज्य सभा में 13 लोक दिल्ली और पंजाब से भेजे गए जिनमें एक भी दलित करती ?
नहीं । सोचिए अगर आरक्षण न होता तो ये पार्टी हमारा क्या हाल बेहद शर्मनाक भी कहा जा सकता है और कूटनीतिक चल भी । ऐसे ही पावन वाल्मीकि ती के श्राइन बोर्ड का गठन करते हुए मर्यादा की पूरी तरह से धज्जियाँ उड़ा दी गई जब वाल्मीकि तीर्थ के श्राइन बोर्ड में वाल्मीकि समाज की पूरी तरह से अनदेखी की गई। हमारी मांग है ि तुरंत वाल्मीकि तीर्थ के श्राइन बोर्ड को भांग किया जाये और नए बोर्ड में केवल वाल्मीकि कौ के राजनीतिक लोग नहीं बल्कि वाल्मीकि धर्म में विश्वास रखने वालों को लिया जाए। अभी 16-04-2025 को एडवोकेट जनरल ऑफिस द्वारा जारी एक इश्तिहार के अनुसार
निकाले गए अलग-अलग स्थानों में से खास कर वाल्मीकि मज़हबी कौम को पूर्ण स्थान नहीं दिए गए। जैसे सहायक एडवोकेट जनरल के 5 आंतरिक्त एडवोकेट जनरल के 3 और सीनियर डिप्टी एडवोकेट जनरल का 1 के पद खाली छोड़े गए। जबकि डिप्टी एडवोकेट जनरल 7 पद बनते हैं और वो सारे ही खाली छोड़े गए।
आम आदमी पार्टी के धोखे इतने ही नहीं। जब पंजाब सरकार ने पंजाब के सभी तीर्थ स्थानों के लिए बस यात्रा चलाई गई तब उसमे से वाल्मीकि तीर्थ का नाम शामिल नहीं किया गया। बाद में लोगों के एतराज़ के कारण लिस्ट में तो वाल्मीकि तीर्थ को शामिल कर लिया गया मगर आज भी किसी इश्तिहार या बोर्ड में पावन वाल्मीकि तीर्थ का चित्र नहीं लगाया गया। ये धोखा है या जातिवाद सरकार जवाब दे ।
हमारी मांग है कि वाल्मीकि तीर्थ श्राइन बोर्ड के सभी गैर सरकारी मैम्बर केवल वाल्मीकि कौम से हो और वो हो जिनके घरों में पावन वाल्मीकि प्रकट दिवस पर दीपमाला होती हो।
एडवोकेट जनरल ऑफिस द्वारा जारी इश्तिहार और पंजाब आरक्षण एक्ट के अनुसार सभी रिक्त पद तुरंत भरे जाएँ और शेष विभागों में भी ऐसा ही किया जाए।
लुधियाना उप चुनाव के बाद अगर राज्यसभा की सीट खाली होती है तो वाल्मीकि कौम को दी जाए।
पंजाब के बाहर से ला कर चेयरमैन नियुक्त किये जा रहे इन्हें तुरंत हटाएँ। यह राज्य के हितों से खिलवाड़ है।
पावन वाल्मीकि तीर्थ अमृतसर के जनरल मैनेजर की स्थाई नियुक्ति की जाए जो कि वाल्मीकि कौम में से हो और PCS हो । ‘
बठिंडा में सीवर खोलते मारे गए मृतकों के आश्रितों को पक्की नौकरी ओर एक-एक करोड़ रुपया दिया जाए।
विधानसभा में प्रताव ला कर सफाई और सीवर कार्य में ठेकेदारी समाप्त की जाए ।