
फगवाड़ा, 28 अगस्त (शिव कौड़ा) भाकपा का जागरूकता समूह गदर पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष बाबा सोहन सिंह भकना की समाधि स्थल से फगवाड़ा पहुँचा। आज के समूह का नेतृत्व भाकपा कपूरथला के जिला सचिव जयपाल फगवाड़ा, राजिंदर सिंह राणा एडवोकेट और तिरलोक सिंह भुबियाना ने किया। फगवाड़ा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य पिरथीपाल सिंह मरीमेघा और भाकपा के राज्य सचिव सदस्य कश्मीर सिंह गदया ने कहा कि आप सरकार के राज में पंजाब के खेतिहर मजदूरों और कारखाना मजदूरों की हालत दयनीय हो गई है। धान की रोपाई के बाद, खेतों में मजदूरों का काम लंबे समय तक ठप रहता है और मजदूरों के परिवारों को तीन वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ता है। मरीमेघा ने कहा कि रेडीमेड गारमेंट कंपनियों ने पंजाब में कारखाने बंद कर दिए हैं। पंजाब में अन्य व्यवसायों वाली बहुत कम फैक्ट्रियाँ हैं, अगर हैं भी तो उन फैक्ट्रियों के मालिकों ने बिहार और उत्तर प्रदेश से सस्ते मजदूर मँगवा रखे हैं, जिससे पंजाब के मजदूर भूख से मर रहे हैं। पंजाब सरकार मज़दूरों की ओर ध्यान नहीं दे रही है। राशन डिपो पर सस्ता अनाज भी नहीं मिल रहा है। केंद्र सरकार नरेगा कानून के तहत किए गए कामों के पैसे नहीं दे रही है और नए काम भी बहुत कम या सिफ़ारिशों के ज़रिए दिए जा रहे हैं। मरीमेघा ने बारिश के बढ़ते पानी पर चिंता जताई है। पंजाब की नदियों के किनारे धान और अन्य फ़सलें पानी की मार से बर्बाद हो गई हैं। सड़कों पर तंबू लगाकर छोटे बच्चों और मवेशियों के चारे और रोज़ाना के खाने के लिए लोगों को पैसे मिलने चाहिए। बर्बाद हुई फ़सलों का मुआवज़ा 1,00,000/- (एक लाख रुपये) प्रति एकड़ होना चाहिए। मरीमेघा ने कहा कि यह समूह लोगों से अनुरोध कर रहा है कि वे 21 से 25 सितंबर 2025 तक चंडीगढ़ में होने वाले सीपीआई के राष्ट्रीय सम्मेलन में चर्चा किए जाने वाले मुद्दों से उन्हें अवगत कराएँ और सम्मेलन को हर तरह से सफल बनाएँ