
दिल्ली: अगर आप भी अपने बच्चे को मीठे चीनी वाले सॉफ्ट ड्रिंक्स देते हैं तो सावधान हो जाएं। दरअसल, एक नए अध्ययन के मुताबिक दुनियाभर में बच्चे और किशोर वर्ष 1990 की तुलना में 2018 में लगभग 23 फीसदी अधिक किशोर सोडा, सॉफ्ट ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स और स्पोर्ट्स ड्रिंक्स जैसे मीठे चीनी वाले पेय पदार्थ गटक गए।
अमरीका में टफ्ट्स यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए इस अध्ययन में शोधकर्ताओं का कहना है कि मीठे के अधिक इस्तेमाल से बच्चों में मोटापे का खतरा बढ़ गया है। अध्ययन के निष्कर्ष ब्रिटिश मैडीकल जर्नल (बी.एम.जे.) में प्रकाशित किए गए हैं। शोधकर्ताओं ने 185 देशों में 3 से 19 वर्ष की आयु वाले बच्चों का डाटा एकत्रित किया। पिछले 28 वर्षों के दौरान बच्चों और किशोरों में इन शर्करा युक्त पेय पदार्थों की खपत 23 फीसदी बढ़ी है।
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