अमृतसर: सर्दी बढ़ते ही कोरोना वायरस एक बार फिर से आम लोगों की मुश्किल बढ़ा सकता हैं। छाती रोग से संबंधित डॉक्टर के पास इन दोनों कोरोना वायरस लक्षण वाले मरीज बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं। इसके अलावा फ्लू, निमोनिया, बुखार जुकाम आदि लक्षण से संबंधित मरीज बड़ी संख्या में अस्पतालों में आ रहे हैं। सर्दी में बच्चों व बुजुर्गों का उपरोक्त बीमारियों के कारण काफी हाल भी बहाल हो रहा है। छाती रोग से संबंधित निमोनिया जैसी बीमारी का यदि समय पर इलाज न करवाया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। फिलहाल पिछले वर्ष समय के मुकाबले उपरोक्त लक्षण वाले मरीजों की संख्या एकदम से काफी बढ़ गई है।जानकारी के अनुसार सर्दियों के दौरान ठंड, सर्दी, खांसी और बुखार जैसी विभिन्न बीमारियों में बढ़ौत्तरी हुई है। मुख्य रूप से वायरस के बढ़ते प्रसार के कारण होता है। जुकाम एक संक्रामक बीमारी है, जो बहुत जल्दी बढ़ती है। यह बीमारी बहती नाक, बुखार, सुखी या गीली खांसी अपने साथ लाती है, जो श्वसन तंत्र पर अचानक हमला करता है। इसके कारण नाक बहना, छींकना, थकान, तीव्र बुखार, ठंड लगना, नाक जाम और खांसी जैसे बीमारियों में तेजी आती है। इसके कारण गले में खराश, खांसी, बुखार, शरीर में दर्द और सिरदर्द जैसी शिकायतें आती हैं। कॉमन कोल्ड में बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान और सावधानी बरतनी चाहिए। जैसे ही हम बच्चों में सर्दी, खांसी या बुखार के लक्षण देखते हैं, हम तुरंत अपने बच्चों को दवा देते हैं। ये तीन बीमारियां बहुत आम हैं और अधिकांश बच्चे हर दूसरे महीने सर्दी या खांसी से प्रभावित होते हैं। निमोनिया एक फेफड़ों का संक्रमण है, जो हलके से लेकर गंभीर तक हो सकता है, जिसके लिए आपको अस्पताल जाना पड़ता है।

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