पाकिस्तान: पंजाब प्रांत के सिंध सीमा से सटे रहीम यार खान के कच्चा क्षेत्र में आज सुबह डाकुओं ने पुलिस के दो वाहनों पर आग्नेय अस्त्रों से हमला किया। इस हमले में 22 में से 12 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 7 अन्य घायल हो गए। जबकि पाकिस्तान पुलिस ने केवल एक डाकू को ही मारा। खबरों के अनुसार, पुलिस ने 5 डाकुओं को घायल भी किया है।

इन डाकुओं का संबंध पिछले कई दशकों से कच्चा क्षेत्र में सक्रिय आपराधिक गतिविधियों से रहा है। वे आमतौर पर संपन्न लोगों का अपहरण कर उनके परिवार वालों से भारी फिरौती वसूलते हैं।

लाहौर पुलिस मुख्यालय ने इस घटना पर एक ट्वीट किया, जिसके नीचे पाकिस्तानी जनता ने पुलिस की कड़ी आलोचना की। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस के मुताबिक 5 डाकू घायल हुए हैं, तो उन्हें पकड़ क्यों नहीं पाई? एक आलोचक ने यहां तक कहा कि अगर पुलिस ने उन सैकड़ों राजनेताओं की सुरक्षा में लगे अंगरक्षकों की आधी संख्या भी रहीम यार खान में तैनात की होती, तो शायद आज यह भयानक घटना नहीं होती एक और आलोचक ने कहा कि डाकुओं ने पुलिस पर रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल भी किया। अब सवाल यह है कि पुलिस, जो डाकुओं के खिलाफ लंबे समय से काम कर रही है, डाकुओं के शस्त्र आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई कर पाई?

कुल मिलाकर पाकिस्तान के अंदरूनी हालात बेहद खराब हो चुके हैं और पाकिस्तान सरकार बेबस नजर आ रही है।

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